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देवब्रत मंडल

प्रशिक्षण केंद्र का फीता काटकर उद्घाटन करते सहायक निदेशक व अन्य गण्यमान्य

गया शहर के स्टेशन रोड, बैरागी मोड़ के पास संचालित रेस्क्यू जंक्शन में निःशुल्क सिलाई कटाई आदि का प्रशिक्षण केंद्र खोला गया है। जिसका उद्घाटन शुक्रवार को सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग सह प्रभारी बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक कुमार सत्यकाम ने फीता काटकर किया। इस मौके पर संस्था द्वारा इनका भव्य स्वागत किया गया। पीपुल फर्स्ट नामक संस्था के द्वारा संचालित रेस्क्यू जंक्शन में शुक्रवार को इस प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन करते हुए सहायक निदेशक कुमार सत्यकाम ने कहा कि हमें काफी खुशी हुई कि पीपुल फर्स्ट द्वारा स्लम एरिया में रहनेवाली 14 से 18 वर्ष की बच्चियों के लिए निशुल्क सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ करने का अवसर मिला। उन्होंने संस्था के अध्यक्ष दीपक कुमार के द्वारा कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए किए गए इस कोशिश की प्रशंसा की।

सहायक निदेशक को भगवान बुद्ध की प्रतिमा भेंट करते दीपक कुमार

उन्होंने प्रशिक्षण देने वाली ट्रेनर और प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आई बच्चियों से बात की। उन्हें प्रेरित करते हुए प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि इन बच्चियों के लिए जीवन का यह टर्निंग प्वाइंट है। यहां से प्रशिक्षित होने के बाद बच्चियां आत्मनिर्भर बनने के साथ साथ जीवन में आगे चलकर एक बड़ा मुकाम हासिल कर सकेंगी। उन्होंने कहा जब भी हमारी जरूरत महसूस की जाती है तो वे जहां भी रहेंगे इन बच्चियों और संस्था के लिए सदैव तैयार रहूंगा।
पीपुल फर्स्ट के संस्थापक अध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि 2004 में सामाजिक क्षेत्र में कार्य करते हुए रेलवे स्टेशन रोड में रेस्कयू जंक्शन का शुभारंभ किया गया था। आज ऐसे बच्चों के लिए और सामाजिक दायित्वों के निर्वहन करते हुए 20 वर्ष हो गए। आगे भी हमेशा इस कार्य को करने के लिए अग्रिम पंक्ति में रहूंगा। हालांकि रेस्क्यू जंक्शन के एक हिस्से में पहले चाइल्ड लाइन भी संचालित हुआ करता था लेकिन जब से सरकार ने स्वयंसेवी संस्थाओं से यह कार्य लेना बंद कर दिया तो यहां चाइल्ड लाइन का कार्यालय बंद कर दिया गया। अब सरकार खुद इस चाइल्ड लाइन को संचालित कर रही है।

प्रशिक्षण के लिए आईं बालिकाओं के साथ सहायक निदेशक, अध्यक्ष दीपक कुमार एवं अन्य


अध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि आने वाले दिनों में यहां टॉयज(खिलौने) बनाने के लिए भी एक अलग प्रशिक्षण केंद्र भी खोला जाएगा। जिससे गरीब, असहाय, स्लम एरिया में रहनेवाले बच्चों को ट्रेनिग देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किया जाए। उन्होंने बताया कि सिलाई प्रशिक्षण का कोर्स छः महीने का है। जिसमें लड़कियों को अपने अपने घरों से कुछ भी लाने की आवश्यकता नहीं है केवल उन्हें नियमित प्रशिक्षण में शामिल होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि जो लड़कियां बेहतर करेंगी उन्हें पुरस्कार के तौर पर निःशुल्क सिलाई मशीन दिया जाएगा।
इस मौके पर इनर व्हील क्लब ऑफ बोधगया की चार्टर प्रेसिडेंट डॉ सरिता वर्मा, प्रेसिडेंट रीमा, आईपीपी हर्षा सिन्हा, एडिटर गोपा सिन्हा, मनीषा नाग, पुष्पा नाग आदि मौजूद थे। इन सबके अलावा रेस्क्यू जंक्शन के परियोजना प्रबंधक अमित कुमार, बाल कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष राकेश रंजन मिश्रा सहित कर्मचारी उपस्थित थे।

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Last Update: April 5, 2024