देवब्रत मंडल
अखिल भारतीय स्तर पर देश के सभी 18 रेल जोन में 73 मंडल हैं। जहां यूनियन की मान्यता को लेकर 6 दिसंबर को एकसाथ चुनाव कराए गए थे। जिसके नतीजे गुरुवार की देर शाम जारी कर दिए गए। जिसमें एक पूर्व मध्य रेल है। जिसके पांच डिवीज़न हैं। इन पांच मंडलों में देर शाम तक परिणाम सामने आने के बाद ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन अपनी हार की समीक्षा कर रही है।
पूर्व मध्य रेल के धनबाद रेल मंडल का चुनाव परिणाम सबसे अंत में आया है। जो यहां के नतीजे सामने आए हैं उसके अनुसार धनबाद मंडल में ईस्ट सेंट्रल रेलवे एम्प्लॉयी यूनियन सर्वाधिक वोट 7500 लाकर चुनाव जीत गई है। जबकि दूसरे स्थान पर ईस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस 4925 वोट हासिल कर चुकी है। तीसरे स्थान पर ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन रही है। जिसे 3550 वोट मिले हैं।
इस हिसाब से देखें तो तीन मंडल समस्तीपुर, दानापुर एवं सोनपुर मंडल में ईस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस जीत हासिल कर सबसे आगे रही है। जबकि ईस्ट सेंट्रल रेलवे एम्प्लॉयी यूनियन डीडीयू एवं धनबाद मंडल में जीत दर्ज कर दूसरे स्थान पर रही। जबकि तीसरे स्थान ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन रही।
इसके पहले 2013 एवं 2007 में हुए थे चुनाव
इस बार संपन्न चुनाव 2024 के पहले 2013 में चुनाव कराया गया था। जिसमें ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन समस्तीपुर मंडल छोड़कर धनबाद, डीडीयू, सोनपुर एवं दानापुर में जीत हासिल की थी। जबकि 2007 के चुनाव में सभी पांच मंडल पर अपना कब्जा जमा लिया था।
11 साल बाद केंद्र सरकार ने करवाया चुनाव
2013 में हुए चुनाव के बाद 2018 में चुनाव कराने की घोषणा केंद्र सरकार नहीं कर सकी थी। जिसके पीछे कई कारण रहे। इसी कारण पूर्व मध्य रेल में इसीआरकेयू और अखिल भारतीय स्तर पर एआईआरएफ कर्मचारियों के हितों को लेकर कार्य करती रही।
इस बार चुनाव में एआईआरएफ हैट्रिक लगाने के उद्देश्य से पूरी तैयारी के साथ चुनाव में उतरी थी लेकिन रेल कर्मचारियों ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। बता दें कि इस बार चुनाव में छह यूनियन पूर्व मध्य रेल में भाग लिया लेकिन तीन मंडल में मेंस कांग्रेस तो दो मंडल में एम्प्लॉयी यूनियन चुनाव जीत गई। कर्मचारी यूनियन तीसरे स्थान पर रह गई। आधिकारिक तौर पर परिणाम की घोषणा पूर्व मध्य रेल के मुख्य चुनाव पदाधिकारी प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी द्वारा कर दी गई है।