नगर अंचल के अभिलेखागार के आसपास दलाल हैं हावी, लोगों को चार सौ रुपए में नक्शा उपलब्ध

Deepak kumar

राजस्व कर्मचारी किसी का फोन नहीं उठाते, कार्यालय से बना रखे हैं दूरी, रैयत परेशान

देवब्रत मंडल

गया सदर अनुमण्डल के नगर अंचल(चंदौती) कार्यालय परिसर से लेकर बाहर तक दलाल भरे पड़े हैं। ‘जैसा काम, वैसा दाम’ की नीति के तहत दलाल यहां आने वाले लोगों को अपने झांसे में ले लेते हैं और फिर…
शुक्रवार को नगर अंचल कार्यालय परिसर में अभिलेखागार के पास कुछ लोगों की भीड़ इकट्ठी थी। कुछ लोग राजस्व ग्राम का नक्शा लेने के लिए आए हुए थे तो कुछ लोग अपनी अपनी जमीन के रकवा आदि की जानकारी के लिए एक पुर्जे पर लिखकर चिट्ठा रखे हुए पाए गए। अभिलेखागार के ऊपर तल पर के कार्यालय को सीढ़ियों से जा रहीं एक महिला कर्मचारी से एक युवक मनुहार करते हुए एक पुर्जा देते हुए कहते हुए सुना गया कि मैडम केवल पता कर बता दीजिए कि इस खाता प्लॉट में कितनी जमीन है ? पहले तो महिला कर्मी ना कहीं और फिर कुछ देर बाद हाथ में पुर्जा थाम लीं।

यहीं पर नीचे गेट के पास बैठे एक कर्मचारी जो शायद दरबानी कर रहे थे से एक नने पूछा कि नक्शा कहां मिलेगा? दरबान ने जवाब दिया- 10 महीने से नक्शा प्रिंट करने वाला मशीन खराब है। इतने में एक ने कहा- आरटीपीएस काउंटर वाले कार्यालय के पास एक वृद्ध व्यक्ति के पास नक्शा देखें तो पूछे कि कहां मिलेगा तो बताया कि यहीं पर मिलेगा। वृद्ध के पास बाराचट्टी का एक नक्शा था। कितने में मिलेगा तो बताया कि ₹400 में। इस पर दरबान ने कहा-किसी ‘दलाल’ से उसे नक्शा मिला होगा। ये सब सुन रहे कुछ लोग उसी दलाल के आने का मानो इंतजार कर रहे थे।

जब magadhlive के प्रतिनिधि इस संबंध में अंचलाधिकारी से बात करने के लिए इनके कक्ष के पास पहुंचे तो यहां दरवाजा बंद मिला। आसपास रहे कुछ लोगों से साहेब के आने के बारे में पूछा तो उन्हें बताया गया कि साहेब आज ऑफिस नहीं आएंगे। पूछने पर बताया गया कि साहेब कोर्ट के काम से पटना गए हुए हैं।
बता दें कि इन दिनों बिहार में भूमि सर्वेक्षण का काम चल रहा है। जिसको लेकर रैयत अपनी अपनी भूमि के अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त करने और अन्य दस्तावेजों की जरूरत को देखते हुए अंचल कार्यालय पहुंच रहे हैं।

वहीं कई रैयतों को अपने राजस्व ग्राम के राजस्व कर्मचारी से काम था, वैसे लोग भी कार्यालय पहुंचे हुए थे। कार्याल6के दीवार पर चिपकाए गए राजस्व कर्मचारियों के नाम और उनके मोबाइल नंबर तो आमलोगों की सुविधा के लिए सार्वजनिक कर दिया गया है लेकिन फोन करने पर कर्मचारी फोन नहीं उठा रहे थे, जिससे झल्ला कर कुछ लोग लौट गए।
इधर, कार्यालय सूत्रों के हवाले से बताया गया कि दो तीन दिन पहले ही अंचलाधिकारी ने सभी राजस्व कर्मचारियों को सुबह 10 बजे से 12 बजे तक कार्यालय में मौजूद रहने का निर्देश जारी किया है लेकिन कर्मचारी नजर नहीं आए।

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