गया : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में तैनात गया के जवान शशि भूषण ने ड्यूटी के दौरान अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। जवान का पार्थिव शरीर रविवार को उनके पैतृक गांव आमस प्रखंड के बड़की चिलमी लाया जा रहा है। जवान की असमय मौत की खबर से गांव में कोहराम मच गया है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
19 अगस्त को गए थे ड्यूटी पर
जानकारी के मुताबिक, 32 वर्षीय शशि भूषण पिता भुवनेश्वर प्रसाद के पुत्र थे और वर्ष 2014 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। हाल ही में छुट्टी बिताकर वे 19 अगस्त को अपने गांव से ड्यूटी पर लौटे थे। 22 अगस्त को उन्होंने अपनी बटालियन में योगदान दिया और अगले ही दिन 23 अगस्त को सुकमा जिले के मिनपा कैंप में उन्होंने अपनी एलएमजी (लाइट मशीन गन) से खुद को गोली मार ली। गोली सिर आर-पार हो गई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
जवान की आत्महत्या की खबर मिलते ही बड़की चिलमी गांव में मातम पसर गया। पिता भुवनेश्वर प्रसाद, पत्नी शोभा कुमारी और दोनों भाइयों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के छह वर्ष पूर्व विवाह हुआ था और उनकी एक छोटी बेटी श्रेया कुमारी है। बड़े भाई रवि भूषण ने बताया कि शशि काफी मिलनसार और खुशमिजाज स्वभाव के थे। उनकी असमय मौत से पूरा परिवार और गांव सदमे में है।
वजह का अब तक पता नहीं
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि आखिर जवान ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया। सुकमा के एसपी किरण चव्हाण ने घटना की पुष्टि की है और पुलिस व सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।
बढ़ती आत्महत्याएं चिंता का विषय
गौरतलब है कि हाल ही में छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में सरकार ने जानकारी दी थी कि पिछले साढ़े छह वर्षों (2019 से 15 जून 2025 तक) में राज्य में तैनात 177 सुरक्षाकर्मियों ने आत्महत्या की है। इनमें प्रमुख कारण पारिवारिक व व्यक्तिगत समस्याएं, मानसिक तनाव, बीमारियां और नशे की लत बताए गए हैं।