देवब्रत मंडल
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गया के गांधी मोड़ के पास रविवार को प्रख्यात समाजवादी नेता और शहीद जगदेव प्रसाद की 103वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता कृष्णा प्रसाद कुशवाहा ने की, जबकि संचालन जदयू नेता श्याम प्यारे प्रसाद ने किया। कार्यक्रम का नेतृत्व मोहन कुमार कुशवाहा ने किया।
शहीद जगदेव प्रसाद को ‘भारत रत्न’ देने की मांग
समारोह में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और शहीद जगदेव प्रसाद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। वक्ताओं ने सरकार से मांग की कि शोषित, वंचित और दलित वर्ग के हक के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले जगदेव प्रसाद को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से अलंकृत किया जाए।
वंचितों की आवाज बने थे जगदेव प्रसाद
वक्ताओं ने कहा कि जगदेव प्रसाद केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा थे। उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दलित, पिछड़े और अतिपिछड़े वर्ग के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। जगदेव प्रसाद ने मजदूरों, गरीबों और दबे-कुचले समाज के उत्थान के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। इसीलिए उन्हें ‘भारतीय लेनिन’ कहा जाता है।
‘सौ में नब्बे भाग हमारा’—एक युगांतकारी नारा
जगदेव प्रसाद ने सामाजिक न्याय और समानता की लड़ाई लड़ते हुए ‘सौ में नब्बे भाग हमारा’ का नारा दिया, जिसने वंचित वर्ग को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई। उनके संघर्ष का ही परिणाम है कि आज समाज के पिछड़े वर्गों को राजनीति और प्रशासन में प्रभावशाली भागीदारी मिली है।
प्रमुख नेताओं ने किया संबोधित
समारोह में मेयर बीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव, रामाशीष यादव, गोपाल प्रसाद, बीरेंद्र गोप, जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार, प्रशांत कुमार, बिहार राज्य कुष्ठ कल्याण समिति के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार मंडल, महामंत्री परमानंद सिंह, रालोसपा नेता जितेंद्र पासवान, भाजपा के उत्तरी मंडल अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ‘मस्तान’, पूर्व पार्षद जितेंद्र कुमार वर्मा, प्रसाद कुमार, लाल बाबू, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि दिलीप कुमार मंडल, सुरेश चंद्रवंशी, मंत्री डॉ. प्रेम कुमार के निजी सचिव राजकुमार और शिवनारायण चंद्रवंशी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने संबोधित किया।