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डुमरिया: प्रोजेक्ट कन्या +2 उच्च विद्यालय, डुमरिया में अध्ययनरत छात्राओं की सुरक्षा एक बड़े जोखिम में है। विद्यालय का दशकों पुराना भवन जर्जर अवस्था में है, जिसके किसी भी समय ध्वस्त होने की आशंका है। विद्यालय की दस कमरों वाली भवन बहुत समय से जर्जर स्थिति में है, और शिक्षा विभाग को दिए गए लिखित आवेदन के बावजूद इसका जीर्णोद्धार नहीं हो पाया है।

इस भवन की दुर्दशा के कारण छात्राओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है। पांच सौ से अधिक छात्राओं का नामांकन होने के बावजूद, उनके लिए पर्याप्त जगह का अभाव है। विद्यालय में इस बार सभी विषयों की पढ़ाई के लिए शिक्षकों की नियुक्ति तो की गई है, लेकिन अध्ययन के लिए उपयुक्त वातावरण का अभाव है।

प्रभारी प्रधानाध्यापक मुकेश कुमार ने बताया कि कमरों की कमी, जेनरेटर और उपस्करों के लिए जगह की कमी, और पुस्तकों को रखने में आ रही परेशानियों के कारण शिक्षण कार्य में बाधा आ रही है। बरसात के दिनों में छत से पानी टपकना और जमीन का फर्श पूरी तरह टूट चुका है। दीवारों का प्लास्टर भी पूरी तरह झड़ चुका है, जिससे छात्राओं को कमरों के अभाव में परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।

विद्यालय में संगीत, हिन्दी, संस्कृत, गणित, उर्दू, फारसी, विज्ञान, समाजशास्त्र सहित दर्जनों शिक्षकों की नियुक्ति सरकार द्वारा की गई है। बीपीएससी से चयनित होकर आए योग्य शिक्षकों द्वारा अध्यापन कार्य जारी है। दूर-दूर से छात्राओं का झुंड अध्ययन के लिए आ रहे हैं, लेकिन उनके लिए सुरक्षित और स्थिर अध्ययन का माहौल नहीं है।

रिपोर्ट : दिवाकर मिश्रा ,डुमरिया

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Last Update: April 7, 2024