गया। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस एवं बिहार मानवाधिकार आयोग के 17वें स्थापना दिवस के अवसर पर सोमवार को गया केन्द्रीय कारा में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। दोपहर 12:30 से अपराह्न 2:30 बजे तक चले इस कार्यक्रम में बंदियों के बीच मानवाधिकार से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा की गईं। इसके साथ ही गीत-संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से दिन को यादगार बनाया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव श्री अरविंद कुमार दास और पुलिस उपाधीक्षक (कु) श्री विपिन कुमार उपस्थित रहे। दोनों अतिथियों ने कारा अधीक्षक श्री अरुण कुमार पासवान के साथ संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
विधिक जागरूकता पर जोर
मुख्य अतिथि श्री अरविंद कुमार दास ने बंदियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर व्यक्ति को संविधान द्वारा प्रदान किए गए अधिकारों की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने गरीब और असहाय बंदियों को निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराने की सुविधा की जानकारी दी और बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार इसके लिए सदैव तत्पर है।
कारा प्रशासन ने दिया सहयोग और भरोसा
कारा अधीक्षक श्री अरुण कुमार पासवान ने कहा कि कारा प्रशासन बंदियों को उनके कार्यों एवं अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने गरीब एवं जरूरतमंद बंदियों को समय पर निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
कई विभागों और कर्मियों की सहभागिता
कार्यक्रम में कारा चिकित्सक डॉ. राजेश कुमार, उपाधीक्षक सुदर्शन प्रताप सिंह, अधिवक्ता कृष्ण कुमार पाठक, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मचारी विकास कुमार सहित कारा सहायक अधीक्षक श्रीकांत प्रसाद सिंह, रविशंकर राय, नीतीश कुमार, लिपिक मनीष कुमार, पीएलवी देवनाथ कुमार एवं बड़ी संख्या में काराकर्मी तथा पुरुष एवं महिला बंदियों ने भाग लिया। गीत-संगीत और संवादात्मक सत्रों के साथ पूरा कार्यक्रम सकारात्मक माहौल में संपन्न हुआ, जिसका उद्देश्य बंदियों में जागरूकता बढ़ाना और मानवाधिकार की मूल भावना को मजबूत करना था।






