
गया। रामपुर थाना में पदस्थापित असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर अमरेंद्र कुमार यादव ने सोमवार को सरकारी क्वार्टर में सल्फास की गोली खाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद उन्हें गंभीर हालत में मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया, जहाँ शाम में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अभी तक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, जिससे कारणों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है।
सरकारी क्वार्टर में मिली थी गंभीर हालत
पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोपहर करीब 3 बजे अमरेंद्र यादव ने अपने एक सहयोगी को फोन कर बताया कि उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई है और उन्होंने सल्फास खा लिया है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम उनके सरकारी क्वार्टर पहुँची और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। करीब तीन घंटे तक डॉक्टरों ने प्रयास किया परंतु उन्हें बचाया नहीं जा सका।
कुछ दिनों से स्वास्थ्य को लेकर थे तनाव में
रामपुर थाना के इंस्पेक्टर दिनेश बहादुर ने बताया कि अमरेंद्र यादव हाल के दिनों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से परेशान थे और इलाज भी चल रहा था। हालांकि, ऐसी चरम कदम उठाने की किसी को उम्मीद नहीं थी। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
घटना के पीछे की वजहों पर कई सवाल
अमरेंद्र यादव वर्ष 2023 से गया जिले में तैनात थे और उन्हें शांत, सहज तथा मिलनसार अधिकारी के रूप में जाना जाता था। अचानक हुई इस घटना से थाना परिसर में सदमे का माहौल है।
बीमारी, तनाव या किसी अन्य कारण से आत्महत्या हुई—यह स्पष्ट नहीं है। पुलिस ने पूरे मामले को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू कर दी है।मंगलवार को एफएसएल की टीम उनके कमरे की वैज्ञानिक जांच करेगी, जिसके बाद कई पहलुओं पर स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है।
परिवार और पृष्ठभूमि
मूल रूप से पूर्णिया जिले के रहने वाले अमरेंद्र यादव दो बेटों के पिता थे। एक बेटा इंजीनियर है और बेंगलुरु में नौकरी करता है, जबकि दूसरा पुत्र फिलहाल घर पर रहता है।
वे 21 नवंबर को छुट्टी पर घर गए थे और 28 नवंबर को ड्यूटी पर लौटे थे। रविवार को तबीयत बिगड़ने पर उन्होंने निजी अस्पताल में उपचार भी कराया था, पर सोमवार को अचानक यह घटना हो गई।






