ट्रेन के इंजन के ट्रैक्शन मोटर के पास घुसकर राजगीर से गया जंक्शन तक चला आया एक व्यक्ति, बड़ी मसक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका
वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल


यूं तो देश विदेश में हर क्षण कुछ न कुछ ऐसी घटनाएं होती है जो चर्चा में आ जाती है। लेकिन हम बात कर रहे हैं भारतीय रेल की। भारतीय रेल की शायद यह पहली घटना है कि एक व्यक्ति ट्रेन के इंजन के निचले हिस्से के उस भाग में घुसकर केवल बैठ नहीं गया, बल्कि राजगीर से खुलकर बख्तियारपुर जंक्शन से होते हुए पटना जंक्शन। फिर पटना-गया रेलखंड के जहानाबाद जंक्शन पर रुककर खुलने के बाद गया जंक्शन तक चला आया। गया जंक्शन पर यह ट्रेन सोमवार की सुबह करीब 4 बजे के बाद पहुंची तो यह हैरान कर देने वाले वाक्या को देख रेलकर्मी यह कहने लगे कि भारतीय रेल की शायद यह पहली घटना है।
हुआ यूं कि गया जंक्शन पर 14223 राजगीर-पटना-गया-वाराणसी-सारनाथ बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस गया जंक्शन पर खड़ी थी। ट्रेन के चालक एस. चौधरी को इंजन के नीचे (रेल पटरी) के पास से किसी व्यक्ति द्वारा पानी मांगे जाने की आवाज सुनाई दी। जिसे सुनकर चालक दल यह जानने की कोशिश की कि आखिर इंजन के नीचे से किसने पानी मांगने की आवाज लगाई। इसके बाद इंजन के नीचे टॉर्च के सहारे झांकने लगे तो एक व्यक्ति के सुगबुगाहट होते हुए इंजन के सेंट्रल मोटर(ट्रैक्शन मोटर) के पास नजर आया। जिसके बाद तुरंत इसकी सूचना गया जंक्शन के डिप्टी एसएस को सूचना दी गई। जहां से आरपीएफ पोस्ट को सूचना दी गई। इसके बाद आरपीएफ और अन्य रेलकर्मियों की मदद से बड़ी मसक्कत करने के बाद व्यक्ति को सुरक्षित प्लेटफॉर्म पर इंजन के अंदर से निकाला गया। इस संबंध में सेवानिवृत्त ट्रेन चालक केपी चौधरी से जब पूछा गया कि आप अपनी सेवा काल मे कभी ऐसी घटना सुनी या देखी है? तो श्री चौधरी ने बताया कि जिस W A P-7 मॉडल ABB इंजन में इस तरह की बात हुई है तो उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर व्यक्ति घुसकर बैठ गया था,उस जगह पर चालक को भी पहुंचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन वाली बात है। वहीं ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी सह लोको पायलट राजेश कुमार का कहना है कि 22 वर्ष की नौकरी में पहली बार ऐसा होते सुना है। व्यक्ति की पहचान नहीं हुई है। जिसने भी इस घटना को देखा व सुना है। उन रेलकर्मियों का कहना है कि भारतीय रेल में कुछ ऐसी घटना हो जाया करती है जो रेयर(rare) हुआ करती है। अब यहां सवाल उठने लगा है कि आखिर यह व्यक्ति किस स्टेशन पर इंजन के इस दुर्गम स्थान में प्रवेश कर गया जंक्शन तक सुरक्षित चला आया है? बताया गया कि व्यक्ति मानसिक रूप से विक्षिप्त था।