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देवब्रत मंडल

वोट डालने के लिए घर पर बैठी वृद्धा

पूरे विश्व में भारतीय लोकतंत्र की बात होती है। जब चुनाव की बात आती है तो हर वोटर को वोट डालने के लिए प्रेरित करने के लिए आयोग से लेकर प्रशासन द्वारा यह कोशिश की जाती है भारतीय लोकतंत्र का डंका पूरे विश्व में बजे। अच्छी बात है। हर भारतीय मतदाता को अपनी इच्छा के अनुसार अपने जनप्रतिनिधि और सरकार चुनने का अधिकार है। मौलिक अधिकारों में वोट ऑफ राइट्स सर्वोपरि है। गया जिला प्रशासन के द्वारा बुधवार को एक सबसे अच्छी तस्वीर जारी की गई। जो यह दर्शाता है कि भारत में लोकतंत्र जिंदा ही नहीं बल्कि एक जीवंत प्रयोगशाला है। जो हर वयस्क मतदाता को उनके मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करता है। एक वृद्धा की तस्वीर जारी कर जिला प्रशासन यह बताने की कोशिश की है कि आप अपने मन की सरकार चुनने के अधिकारी हैं।

जिला प्रशासन द्वारा जारी तस्वीर

तस्वीर काफी कुछ कहती है। वृद्ध महिला के घर पर ही मत डालने के लिए व्यवस्था की गई। ये तस्वीर जब सोशल मीडिया पर आई तो एक और वृद्धा के परिजनों ने magadhlive से जानना चाहा कि क्या इस वृद्धा के लिए भी वही सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है? तब magadhlive ने कोशिश की। उनकी तस्वीर, उम्र, मतदाता पर्ची मंगवाया। तब मालूम हुआ कि यह वृद्धा भी बूथ तक जाने में असमर्थ हैं।

मतदाता पर्ची

इनकी उम्र करीब 88 वर्ष है जो गया शहरी विधानसभा क्षेत्र की मतदाता हैं। अब magadhlive की कोशिश है कि इस महिला के लिए भी जिला प्रशासन कुछ ऐसा करे ताकि वे अपने मताधिकार का प्रयोग अपने विवेक से निष्पक्ष कर सकें।