✍️ प्रधान संपादक देवब्रत मंडल

पर्वत पुरुष दशरथ मांझी ने सुदूर इलाके गेहलौर घाट में रहकर भी को भी देश दुनिया में अपना लोहा मनाने का काम किया। पर्वत पुरुष बाबा दशरथ मांझी के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए संकल्पित होकर अपनाना एवं उस पर अमल करने की जरूरत है। आज के वर्तमान स्थिति में समाज के उत्थान एवं मुख्य धारा में लाने के लिए उनके विचारों पर अमल करने की जरूरत है। बाबा साहब हमेशा समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए प्रयासरत रहे। अंधविश्वास भूत पिचास जादू टोना छुआछूत व्यसन एवं और गंदगी से छुटकारा पाने के लिए अपना वाद यंत्र खंजड़ी बजा बजा कर लोगों के बीच में जागरूकता फैलाने का काम करते थे।


कबीरपंथी होने के नाते लोगों को सादा जीवन एवं उच्च विचार किसी देते रहें। हम सभी समाज के प्रबुद्ध जनों एवं सभी लोगों को इन बिंदुओं पर अच्छा सा पालन करने की जरूरत है। उनके कार्य शैली विषम परिस्थिति में भी जीवटता के प्रति प्रेम संकल्प समर्पण एवं जिद्दी स्वभाव में उनको दुनिया के महान हस्तियों में सुमार कर दिया। हाड़ मांस का इंसान दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर पहाड़ को भी काटकर रास्ता बना सकते हैं। इसका ज्वलंत उदाहरण बाबा दशरथ मांझी हैं। पूरी दुनिया उनके इस पराक्रम, वीरता, साहस एवं अद्भुत कृति को सलाम करता है। रैली के माध्यम से बाबा को कर्मवीर का ओमान भारत रत्न से हो सम्मान इसी अब अभिव्यक्ति को बुलंद करते हुए 2014 से भारत रत्न की मांग को विभिन्न मंच ऊपर उठाते हुए एवं मोटरसाइकिल रैली श्रद्धांजलि स्वरूप करते हुए गया जिला के विभिन्न प्रखंडों से निकाला जा रहा है।
बाबा के अमूल्य योगदान से समाज के स्वाभिमान एवं आमजन के भलाई के लिए उनके जीवन प्रेरणादाई है यह विचार मंच उनके इस कृति शौर्य गाथा को जन जन तक पहुंचाने को संकल्पित है। और इस कृति को सहेज कर संजोग कर रखने की आवश्यकता है उपरोक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रूप से बिहार सरकार के मंत्री डॉक्टर संतोष मांझी ने हरी झंडी दिखाकर श्रद्धांजलि रैली को बेलागंज खिजरसराय के रास्ते पवित्र समाधि स्थल घटक रवाना किए। आयोजन समिति के अध्यक्ष शंकर मांझी ने कहा की यह रैली प्रत्येक वर्ष निकलती है एवं गया जिला के अलग-अलग मार्गों से गुजरती है हम लोग बाबा के अनुयाई हैं और उनका जीवन से प्रेरित होकर प्रत्येक वर्ष माल्यार्पण के लिए गेहलौर घाट जाते हैं। मंच के अध्यक्ष ई. नंदलाल मांझी ने कहा कि पर्वत पुरुष हमारे बिहार के आन बान शान है उन्होंने साबित कर दिया कि मन में अगर दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो पहाड़ को भी सीना चीर कर रास्ता बनाया जा सकता है, दिल्ली दूर हो तो पैदल दिल्ली भी जाया जा सकता है ।

यह केवल और केवल दृढ़ इच्छाशक्ति और संकल्प से ही संभव है आज युवाओं को जीवन में सफलता के लिए उनके बताए हुए मार्गों को अपनाने की आवश्यकता है साफ सुथरा रहना पाखंड अंधविश्वास जादू टोना जैसे कुरीतियों से दूर रहना यह हम युवाओं को नई दिशा प्रदान करती है मंच के उपाध्यक्ष बिना मांझी ने लोगों को समाज में एकत्रित एवं एक सूत्र में बंधने की जोर दिया समाज को एक साथ एक मंच और एक नेता को मानना होगा तभी आगे बढ़ेंगे इस मौके पर गया जिला के सभी प्रखंडों के सम्मानित साथी एवं बाबा के अनुयाई शामिल रहे। जिसमें मुख्य रुप से मंच के महासचिव प्रमोद मांझी मीडिया प्रभारी नरेश मांझी, सिंटू मांझी, विकास मांझी, सुनील मांझी ,संजय भारती चंदन भारती और राकेश कुमार मुकेश चौधरी संतोष चौधरी सुरेंद्र मांझी रंजीत मांझी प्रमोद मांझी धर्मेंद्र मांझी शंकर मांझी मनोज मांझी सुरेश मांझी शहीद हजारों लोग श्रद्धांजलि रैली में शामिल हुए।




