रिपोर्ट : जितेंद्र कुमार ,खिजरसराय

लड़का करे प्रेम और लड़के का पिता करे तिलक की मांग। लेकिन समय ने ऐसा पलटी मारा की युवक को अपने प्रेमिका के साथ मंदिर में शादी रचानी पड़ी। हलाकि दोनों के स्वजातीय होने के कारण प्रेमिका के पिता जब प्रेम प्रषंग की जानकारी मिली तो दोनों की शादी कराने के मंसा को लेकर प्रेमी युवक के घर रिश्ता लेकर एक साल पूर्व गयें थें।लेकिन तिलक दहेज के कारण शादी नहीं हो सकी। जबकि एक तरफ युवक प्रेम जाल अपने प्रेमिका को फांसे रखा और फिर अंत मे बिना दहेज के शादी हो गई।
प्राप्त खबर के अनुसार खिजरसराय के पचरुखी गांव के सुरेंद्र प्रसाद का पुत्र विनोद कुमार का प्रेम प्रषंग भुसुंडा गया कि रहने बाले त्रिलोत्मा कुमारी के साथ पिछले कई वर्षों से चला आ रहा था दोनों के प्रेम प्रषंग की जानकारी होने पर लड़की के पिता लड़के के घर शादी का प्रस्ताव लेकर गए परन्तु तिलक दहेज के कारण लड़के के पिता शादी से मुकर गए जबकि इधर दोनो का प्रेम प्रषंग जारी रहा।

इधर लड़की के पिता ने अपने पुत्री की शादी कहीं दूसरे स्थान पर तय किया और तारीख भी निर्धारित कर दिया। इस बात की जानकारी जब प्रेमी विनोद को लगा तो उसने उस वर पक्ष के पास लड़की के कुछ तस्वीर एवं कुछ आपत्तिजनक मैसेज भेज दिया जिसके बाद वर पक्ष शादी से मुकर गया । जब प्रेमिका ने अपने प्रेमी से शादी को तुड़वाने को लेकर सबाल किया तो प्रेमी न अपने प्रेमिका को कहा कि मैं तुम्हारी शादी मैं नहीं तुड़वाऊंगा, शर्त ये है कि जहां शादी करनी है करो पर हम शादी के बाद भी तुम्हे जहां बुलाएंगे अकेले आना होगा। और प्रेमिका के परिजन इसी रिकॉर्डिंग एवं अन्य सबूत के साथ रविवार को प्रेमी के घर आ धमके। जिसके बाद लड़की के पिता ने ग्रामीणों एवं प्रेमी के पिता साथ एक पंचायती बैठा कर न्याय मांगने लगे। सोमवार को भी इस मुद्दे पर पचरुखी में बैठक हो रही थी लेकिन दोनो पक्षों में तनाव हो गया। जिसके बाद इस मामले की खिजरसराय थाने को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को को थाने ले आई। जिसके बाद प्रेमी शादी करने को राजी हुए और फिर ग्रामीणों के सहयोग से स्थानीय मंदिर पर शादी रचाई। शादी में लड़के के पिता एवं अन्य ग्रामीण भी उपस्थित रहें।