गया: 23 अक्टूबर 2024 को मगध विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के तत्वावधान में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय कुलपति डॉ. शशि प्रताप द्वारा किया गया। अपने उद्घाटन भाषण में कुलपति ने रक्तदान को ‘महा दान’ की संज्ञा देते हुए इसे मानवीय सेवा का सर्वोच्च उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि रक्तदान से किसी के जीवन को बचाने का अवसर मिलता है, और युवाओं को इस नेक कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।

रक्तदान के माध्यम से नेतृत्व का परिचय
शिविर में गया कॉलेज के राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता विशाल राज, वरिष्ठ स्वयंसेवक सौरव कुमार, धीरज कुमार और स्मृति कुमारी ने रक्तदान कर प्रेरणादायक नेतृत्व का परिचय दिया। विशाल राज ने अपने संदेश में कहा, “रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है, क्योंकि यह किसी के जीवन को बचाने का अवसर प्रदान करता है।” इन स्वयंसेवकों के नेतृत्व ने शिविर में अन्य छात्रों का हौसला बढ़ाया और समाज सेवा के प्रति जागरूकता फैलाई।

गया कॉलेज के NSS स्वयंसेवकों की सशक्त उपस्थिति


इस शिविर में गया कॉलेज के वरिष्ठ स्वयंसेवक मोहम्मद इश्तियाक, अभिजीत सिंह, राजकिशोर कुमार, दिव्या भारती, धीरज कुमार, हर्ष कुमार, बालमुकुंद कुमार, और विशाल राज सहित कई अन्य स्वयंसेवकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। उनकी उपस्थिति ने न केवल विश्वविद्यालय में रक्तदान के महत्व को उजागर किया, बल्कि युवाओं को मानवीय जिम्मेदारी निभाने की प्रेरणा भी दी।

इस सफल आयोजन के लिए NSS और विश्वविद्यालय प्रशासन की व्यापक सराहना की गई। शिविर में बड़ी संख्या में छात्रों की भागीदारी ने यह साबित किया कि युवा वर्ग सामाजिक योगदान के प्रति न केवल जागरूक है, बल्कि सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध भी है। इस शिविर ने विश्वविद्यालय में सेवा और समर्पण की एक नई मिसाल कायम की।

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