
तीन दिवसीय एमडीपी में रणनीतिक योजना, नेतृत्व कौशल और डेटा-संचालित निर्णय प्रक्रिया पर विशेष फोकस
बोधगया (गया): भारतीय प्रबंध संस्थान (IIM) बोधगया ने 19 से 21 जून, 2025 तक बिहार सरकार के योजना एवं विकास विभाग के 30 अधिकारियों के लिए तीन दिवसीय मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम (एमडीपी) का सफल आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सरकारी अधिकारियों की प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाना और रणनीतिक नेतृत्व कौशल को मजबूती प्रदान करना था।
आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता एस. सहाय के मार्गदर्शन में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुकूली नेतृत्व, भावनात्मक बुद्धिमत्ता और सहयोगात्मक शासन की अवधारणाओं पर विशेष बल दिया गया। डॉ. सहाय ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि, “प्रभावी सार्वजनिक प्रशासन के लिए नेतृत्व में अनुकूलता, संवेदनशीलता और पारदर्शिता की आवश्यकता है।”
कार्यक्रम की निगरानी प्रो. अमित श्रीवास्तव (अध्यक्ष, एग्जीक्यूटिव एजुकेशन एवं कंसल्टेंसी) ने की, जबकि प्रो. मुहम्मद आशिक वी. और प्रो. रेम्या लताभवन ने समन्वयक की भूमिका निभाई। यह एमडीपी इंटरैक्टिव क्लासरूम सत्रों, केस स्टडी, और एक आउटबाउंड हेरिटेज विज़िट का समावेश करता था, जिसने अधिकारियों को व्यावहारिक अनुभव से जोड़ने का कार्य किया।
कार्यक्रम में शामिल मुख्य विषयों में शामिल थे:
- विज़न और लोगों का संरेखण
- सोशल मीडिया और विभागीय प्रतिष्ठा
- स्टेकहोल्डर डायनामिक्स
- कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट
- स्टैटिस्टिकल टूल्स
- प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग
- इमोशनल इंटेलिजेंस
- लीडरशिप एप्लीकेशंस
प्रशिक्षण सत्रों का संचालन आईआईएम बोधगया के विशेषज्ञ और अनुभवी संकाय सदस्यों के प्रतिष्ठित पैनल द्वारा किया गया।
तीन दिवसीय इस कार्यक्रम का समापन वेलेडिक्टरी सेशन के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। समन्वयकों ने सभी संकाय, प्रशासनिक टीमों और विशेष रूप से बिहार सरकार के योजना एवं विकास विभाग के प्रधान सचिव श्री के. सेंथिल कुमार, आईएएस के सहयोग और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
यह एमडीपी, आईआईएम बोधगया द्वारा वर्ष 2025 में आयोजित किए गए 125 प्रबंधन विकास कार्यक्रमों में से एक था। इन कार्यक्रमों के माध्यम से संस्थान ने जल संसाधन मंत्रालय, बिहार अग्निशमन प्रशिक्षण अकादमी, राज्य स्वास्थ्य समिति, बीआईपीएआरडी, आईओसीएल, एचपीसीएल, पंचायती राज मंत्रालय, बामेती और औद्योगिक विकास निदेशालय सहित विभिन्न सरकारी विभागों के 8,200 से अधिक अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया है।
आईआईएम बोधगया की यह पहल न केवल शासन में दक्षता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह भारत के प्रशासनिक ढांचे में “फ्यूचर रेडी लीडरशिप” को तैयार करने की संस्था की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।