रिपोर्ट: दिवाकर मिश्रा , डुमरिया संवाददाता
गया। छकरबंधा थाना क्षेत्र के कचनार गांव में टोला सेवक की नियुक्ति को लेकर हुए विवाद ने जानलेवा रूप ले लिया था। 24 अप्रैल की रात गोली मारकर युवक की हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज हत्या कांड में वांछित नक्सली राकेश कुमार उर्फ राकेश सिंह भोक्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से एक देसी रायफल भी बरामद हुई है।
मामले की पुष्टि करते हुए इमामगंज एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड को लेकर कांड संख्या 06/25 दर्ज की गई थी, जिसमें BNS की धारा 103(1)/61(2)/3(5) और 27 आर्म्स एक्ट की धाराएं लगाई गई थीं।
पुलिस को इस केस में बड़ी सफलता तब मिली जब एसएसपी के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने लगातार छापेमारी करते हुए मुख्य आरोपी को पकड़ लिया। इस टीम में छकरबंधा थाना, STF और नगर पुलिस की संयुक्त भागीदारी रही।
भर्ती के विवाद में मिला मर्डर का सुराग
जानकारी के अनुसार, कचनार गांव के स्कूल में टोला सेवक की नियुक्ति होनी थी। गांव की दो महिलाओं ने आवेदन किया था, जिनमें से एक सत्येंद्र सिंह भोक्ता की भाभी थीं। बताया गया कि वह फर्स्ट डिवीजन पास थीं और चयन में उनकी दावेदारी मजबूत थी। इसी को लेकर दूसरा पक्ष नाराज था और सत्येंद्र सिंह पर आवेदन वापस लेने का दबाव बना रहा था। परिजन ने पुलिस को बताया कि सत्येंद्र को 15 दिन पहले जान से मारने की धमकी दी गई थी, और ठीक 15 दिन बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।
कुख्यात नक्सली का भाई है गिरफ्तार आरोपी
गिरफ्तार राकेश सिंह भोक्ता का नक्सली संगठन से जुड़ाव रहा है। सबसे खास बात यह कि वह कुख्यात फरार नक्सली अखिलेश सिंह भोक्ता का सगा भाई है। पुलिस का कहना है कि बरामद रायफल के मामले में अलग से केस दर्ज किया जा रहा है।
इससे पहले इस हत्या में शामिल दो अन्य अभियुक्तों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।