वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल
प्रगतिशील लेखक संघ की गया जिला इकाई ने रविवार को हादी हाशमी उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक कवि सम्मेलन सह मुशायरा एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया । प्रसिद्ध किसान नेता एवं साहित्यकार त्रिवेणी शर्मा सुधाकर की जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित कवि सम्मेलन सह मुशायरा की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने की। श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए उपाध्यक्ष अरुण हरलीवाल , सीपीआई जिला मंत्री सीताराम शर्मा , वरिष्ठ कवि सत्येंद्र कुमार , मगही गीतकार रामकृष्ण मिश्र आदि ने उन्हें याद करते हुये अपने संस्मरण सुनाये । जिला में मगही आंदोलन की शुरुआत करने वालों में से सुधाकर जी रहे हैं, वे किसानों के साथ साथ मज़दूरों , नौजवानों के साथ ही साहित्यकारों पक्ष में आजीवन आंदोलनरत रहे। सागदी के साथ वे आजीवन कम्युनिस्ट रहे। विगत 20 नवम्बर को दिवंगत हुए मार्क्सवादी शिक्षक युगलकिशोर शर्मा को श्रद्धांजलि देते हुये साथियों ने उनसे जुड़े संस्मरण भी साझा किये। वे जिले के ऐसे नेता रहे जो सोवियत यूनियन से प्रशिक्षित हो कर लौटने के बाद मार्क्सवादी शिक्षक के बतौर प्रमुख सभी मार्क्सवादी पार्टियों में प्रशिक्षण दिया।
दोनों की स्मृति में सभा के अंत में दो मिनट का मौन श्रद्धांजलि दी गयी। कवि सम्मेलन सह मुशायरे में कहलो बिन तो रहल न जाये शीर्षक मगही कविता अरुण हरलीवाल ने , लड़ाई अभी जारी है राजीव रंजन ने , राज व समाज की वर्तमान विडम्बनाओं पर मोनाजिर हसन शाहिन , सुमंत , कुमार कांत , मुंद्रिका सिंह , संजय सहियावी , अरविंद कुमार आदि ने छंद की रचनाएँ सुनाई। कविता पाठ के दूसरे दौर में सत्येंद्र कुमार ने लौटूं तो इस तरह लौटूं , शांडिल्य सौरभ ने हम डाकिये , कृष्ण कुमार ने निर्माण की भूमिका में वह , अरुण कुमार ने किसान शीर्षक , कृष्ण कुमार सिंह ने अंधेरे का कोप गीत , डॉ अन्नपूर्णा श्रीवास्तव ने भारत मेरा देश , सुमन विश्वकर्मा ने चिता धधक उठेगी और म.वि.वि के पूर्व विभागाध्यक्ष (हिंदी विभाग) डॉ रामसकल बिंद ने कबीर दास की उल्टी बाणी शीर्षक कविता का पाठ किया । कार्यक्रम का संचालन सुशील शर्मा(सह सचिव) एवं धन्यवाद ज्ञापन कम्युनिस्ट नेता मसऊद मंज़र ने किया । इस मौके पर शहर के निशांत कुमार सिंह , माखन झा , विश्वजीत कुमार , अजय कुमार(साहित्यकार) , समेत गणमान्य कई लोग उपस्थित थे ।