उत्तर भारत की सांस्कृतिक नगरी ‘गयाजी’ के मोहल्ले और इसमें गलियों के बारे में पता लगाना आसान हो गया है। नगर निगम और वार्ड पार्षदों की पहल से मोहल्ले और इसकी गलियों में प्रवेश करने से पहले ही आपको पता चल जाएगा कि आप जिस व्यक्ति के घर का पता ढूंढ रहे हैं वे किधर मिलेंगे। अक्सर ऐसा देखने और सुनने को मिलते हैं कि किसी मोहल्ले का पता आसपास के लोगों से पूछना पड़ता है। इसके बाद किस गली में आप या हम रहते हैं उसका पता लगाना अपरिचित लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है। वहीं प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी देखा जाए तो संबंधित मोहल्ले या गलियों के बारे में पता लगाने के लिए किसी अन्य का सहारा लेना पड़ता है। विशेषकर बाहर से आने वाले लोगों के लिए और भी मुश्किल होता है। ऐसे में नगर निगम की तरफ से मोहल्ले के नाम और गलियों के नाम वाला साइनेज बोर्ड गया नगर निगम के प्रत्येक वार्ड में लगाया जा रहा है। मुख्यतः यह बोर्ड (लैंड मार्क) मुख्य मार्ग के किनारे लगाया जा रहा है, जिससे आमलोगों को भी पता चल जाएगा कि वे किस क्षेत्र से वे गुजर रहे हैं या किस मोहल्ले में किस जगह पर हैं। इस बारे में वार्ड नं 04 की पार्षद अनुपमा कुमारी के प्रतिनिधि सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप कुमार मंडल का कहना है कि वार्ड पार्षदों की पहल से नगर निगम के द्वारा एक अच्छा कार्य करवाया जा रहा है। जिससे आमजनों के साथ साथ प्रशासन को भी इससे काफी सहूलियत होगी। पार्षद अनुपमा कुमारी इस कार्य को लेकर अपने वार्ड के लोगों से धैर्य रखने की अपील करते हुए कहा कि बहुत जल्द ही सभी मोहल्ले और गलियों के पास यह लैंडमार्क लगाया जाएगा।
About the Author
Deobarat Mandal Editor
The point of journalism is to hold people in positions of power accountable.