वाराणसी: काशी के प्रसिद्ध छायाकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सम्मानित ‘काशी सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता’ के विजेता मारजित भास्कर गुप्त की ‘काशी की रामलीला’ पर आधारित एकल छायाचित्र प्रदर्शनी का भव्य उद्घाटन आज गिरजाघर स्थित “जोगाई बनारस – द आर्ट गैलरी” में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संकटमोचन फाउंडेशन के अध्यक्ष, प्रो. पं. विश्वंभर नाथ मिश्र उपस्थित थे, वहीं विशेष अतिथि के रूप में काशी के प्रसिद्ध कलाकार मनीष खत्री ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए प्रो. मिश्र ने काशी की सांस्कृतिक धरोहर और रामलीला की परंपरा पर प्रकाश डाला और गुप्त की छायाकृतियों को इस अनमोल धरोहर का सजीव दस्तावेज़ बताया। उन्होंने कहा, “काशी की रामलीला हमारे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जीवन का अभिन्न हिस्सा है, और गुप्त की छवियां इन क्षणों को अमर कर रही हैं।”
इस अवसर पर राजेश और उमेश जोगाई, गैलरी के अधिष्ठाता, ने कला की इस नई पहल को बढ़ावा देने के लिए आभार व्यक्त किया। अन्य गणमान्य अतिथियों में कन्हैया लोहिया, पवन शास्त्री, अजय शर्मा, उमाशंकर गुप्ता, और प्रकाशपति त्रिपाठी सहित कई रामलीला समितियों के प्रमुख पदाधिकारी एवं जाने-माने छायाकार जैसे बिनय रावल, राधाकृष्ण गणेशन, और सचिन सिंह उपस्थित थे।
गुप्त की इस प्रदर्शनी में काशी की विश्व प्रसिद्ध रामलीला के अलग-अलग रूपों को दर्शाने वाली छायाकृतियों का अनूठा संग्रह प्रस्तुत किया गया है। इस श्रृंखला में उन्होंने कई वर्षों के शोध और परिश्रम से काशी की रामलीला के विभिन्न पहलुओं को अपने कैमरे में कैद किया है। रामनगर की ऐतिहासिक रामलीला से लेकर चेतगंज की नक्कटैया जैसी अन्य प्रमुख रामलीलाओं के अलौकिक दृश्य प्रदर्शनी का केंद्र हैं।
प्रदर्शनी का संयोजन प्रख्यात छायाकार राज सरकार और निर्देशन सौविक आचार्य द्वारा किया गया है। यह प्रदर्शनी 5 नवंबर तक सभी कला प्रेमियों और काशीवासियों के लिए प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम 8 बजे तक निःशुल्क खुली रहेगी। प्रदर्शनी में बनारस और आसपास के छायाकारों की व्यापक भागीदारी रही, जिसमें वरिष्ठ छायाकार रूपक सिन्हा (गया) के साथ बोधगया में एक अंतर्राष्ट्रीय छायाचित्र प्रदर्शनी आयोजित करने पर भी सहमति बनी।
जोगाई बनारस – दि आर्ट गैलरी का यह अनूठा प्रयास नए और स्थापित दोनों छायाकारों को एक मंच प्रदान करता है, जहां वे अपनी कला का प्रदर्शन कर सकते हैं। इस गैलरी की शुरुआत इसी महीने मनीष खत्री की छायाचित्र प्रदर्शनी से हुई थी।