✍️ देवब्रत मंडल
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गया संसदीय क्षेत्र के लिए बिसात बिछ गई है। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दो बड़े गठबंधन NDA और INDIA ने अपना-अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। जहां NDA ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी(हम) को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं INDIA ने पूर्व मंत्री कुमार सर्वजीत(राजद) को।
राजद के उम्मीदवार बोधगया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते हैं तो जीतनराम मांझी इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते। लेकिन अब ये दो बड़े नेता लोकसभा चुनाव 2024 में पहली बार आमने-सामने आए हैं। दोनों के साथ राजनीति का एक लंबा अनुभव है।
जीतनराम मांझी पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा-जदयू के संयुक्त उम्मीदवार विजय कुमार मांझी के हाथों पराजित हो चुके हैं। इसका एक कड़वा अनुभव दोनों उम्मीदवार को होगा। ये अलग बात है कि कौन किसको कहां पर मात देकर आगे निकलेंगे, ये तो 19 अप्रैल को मतदान के बाद मतों की गिनती से ही पता चलेगा।
पिछले कई चुनावों में देखने को मिला है कि गया संसदीय क्षेत्र के चुनाव के नतीजे कभी एकतरफा नहीं गए।
गया संसदीय क्षेत्र के लिए इस बार होने वाले चुनाव के लिए हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा(से.) एक नई पार्टी है, जिसके संरक्षक जीतनराम मांझी हैं। जिन्होंने अपनी इच्छा से इस सीट पर दावेदारी पेश की और एनडीए ने इन्हें उम्मीदवार भी घोषित कर दिया। हालांकि भाजपा और जदयू जितना गया संसदीय क्षेत्र में संगठित है, उसके मुकाबले देखा जाए तो हम(से.) नहीं। परंतु भाजपा-जदयू का साथ है तो स्थिति मजबूत कह सकते हैं।
वहीं INDIA गठबंधन ने कुमार सर्वजीत पर भरोसा जताया है। कुमार सर्वजीत और बेलागंज के विधायक पूर्व मंत्री डॉ. सुरेंद्र प्रसाद यादव की राजनीतिक दोस्ती जगजाहिर है।
राजद का गया जिला में संगठन एक मजबूत स्थिति में मानी जाती है। जिस प्रकार भाजपा के कैडर वोटर हैं उसी तरह राजद के भी कैडर वोट बैंक है। राजद, कांग्रेस और वाम दलों के गठबंधन और एनडीए के घटक दलों के गठबंधन के बीच मुकाबला बड़ा ही रोचक होगा। जदयू सांसद विजय कुमार मांझी को टिकट से वंचित कर दिया गया है। वहीं पूर्व सांसद हरि मांझी भी कुछ नाराज नजर आ रहे हैं। वहीं जदयू के गया जिलाध्यक्ष पूर्व जदयू विधायक अभय कुमार सिन्हा उर्फ अभय कुशवाहा राजद के साथ आ गए हैं।