
टिकारी: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात को दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब प्रयागराज महाकुंभ के लिए रवाना हो रहे दर्जनों श्रद्धालु भगदड़ की चपेट में आ गए। इस दर्दनाक घटना में कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद रेलवे प्रशासन की लापरवाही और अव्यवस्थाओं को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
कांग्रेस ने ठहराया रेलवे प्रशासन और सरकार को जिम्मेदार
इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि एवं पूर्व जिला पार्षद सत्येंद्र नारायण और वरिष्ठ नेता बृजमोहन शर्मा ने रेलवे प्रशासन और स्थानीय प्रशासन की नाकामी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सरकार की बदइंतजामी का नतीजा है कि श्रद्धालु अपनी आस्था की यात्रा के दौरान असमय काल के गाल में समा गए।
रेल मंत्री से इस्तीफे और मुआवजे की मांग
कांग्रेस नेताओं ने हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए रेल मंत्री से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने मृतकों के परिजनों को ₹1 करोड़ और घायलों को ₹50 लाख मुआवजा देने की भी मांग की।
पहले भी हो चुकी हैं भगदड़ की घटनाएं, नहीं लिया सबक
कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि हाल ही में प्रयागराज में हुई भगदड़ में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपनी जान गंवा चुके हैं, लेकिन सरकार ने इन घटनाओं से कोई सबक नहीं लिया। उनका कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार महाकुंभ के नाम पर भारी भरकम खर्च केवल अपनी ब्रांडिंग पर कर रही है, लेकिन अगर वही धनराशि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं पर खर्च होती, तो ऐसी त्रासदियों को रोका जा सकता था।
प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल
इस घटना ने रेलवे प्रशासन की तैयारियों और आपदा प्रबंधन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बावजूद सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई। सवाल उठ रहे हैं कि क्या रेलवे और प्रशासन इतनी बड़ी भीड़ को संभालने के लिए तैयार था या नहीं? सरकार और प्रशासन की इस लापरवाही से मर्माहत श्रद्धालुओं के परिवार न्याय की मांग कर रहे हैं। अब देखना होगा कि सरकार इस गंभीर हादसे पर क्या कदम उठाती है और क्या पीड़ितों को न्याय मिल पाता है या नहीं।