टिकारी संवाददाता: कला हमारे रचनात्मकता को विकसित करने और बहुआयामी सोच को पंख प्रदान करती है। उक्त बातें सीयूएसबी में कला और शिल्प पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के मुख्य अतिथि गया कालेज के सहायक प्रोफेसर डा. अजय शर्मा ने कही। उन्होंने कला और शिल्प के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य के बारे में चर्चा की और मधुबनी पेंटिंग और पटना स्कूल आफ आर्ट जैसे कला के विभिन्न स्कूलों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला के प्रथम सत्र में छात्रों को छायांकन द्वारा स्थिर चित्र को यथार्थवादी कला में बदलने के विभिन्न तरीकों से अवगत कराया गया। पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि कार्यशाला का शुभारंभ शिक्षा संकाय के अधिष्ठाता एवं शिक्षा विभाग के प्रमुख प्रोफेसर रविकांत के सम्बोधन के साथ हुआ। कुलपति प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह के संरक्षण मे आयोजित कार्यशाला में डा. स्वाति गुप्ता, डा. किशोर, डा. प्रज्ञा गुप्ता, डा. नृपेंद्र वीर सिंह आदि मौजूद थे।
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