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टिकारी संवाददाता: टिकारी अंचल कार्यालय द्वारा रैयत की जमीन बिना बिक्री व नामांतरण के दूसरे के नाम पर आनलाइन जमाबंदी कायम कर देने का मामला प्रकाश में आया है। मामले को लेकर पीड़ित ने जिलाधिकारी से लिखित शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। मामला टिकारी प्रखण्ड के नोनी ग्राम पंचायत का है। पंचायत अंतर्गत मल्हेया ग्राम निवासी द्विजेन्द्र कुमार द्वारा की गई शिकायत में कहा गया है कि नोनी मौजा में उनकी पैतृक सम्पति है। जिसकी आज तक न बिक्री की गई है न किसी को बख्शीशनमा। इसके बावजूद खाता संख्या 92 के प्लाट संख्या 1201 के कई डिसमिल भूमि को पांच लोगों के नाम से दाखिल खारिज कर आनलाइन जमाबन्दी कायम कर दिया गया। इतना ही नही 40 डिसमिल के प्लाट की एराजी में भी वृद्धि कर दी गई।
गड़बड़ी के लिए द्विजेन्द्र ने अंचल अधिकारी व राजस्व कर्मचारी को जिम्मेवार बताया है। इसी प्रकार रेकड़ में हेराफेरी का एक और अजूबा मामला भी नोनी पंचायत का सामने आया है। जंहा के स्थानीय निवासी व पीड़ित अनीश कुमार ने लिखित शिकायत करते हुए गड़बड़ी में सुधार की गुहार लगाई है। अपने आवेदन ले माध्यम से बंटवारा शिड्यूल के अनुसार जमाबन्दी कायम करने की मांग अंचल अधिकारी से है। अनीश ने बताया कि एक वर्ष से भी अधिक समय से अंचल, डीसीएलआर, डीएम, एडीएम के कार्यालय का चक्कर काट रहे है। लेकिन अबतक कोई कार्रवाई नही हुई है। गड़बड़ी के सुधार हेतु अंचल कार्यालय से वरीय पदाधिकारी को किया जा रहा पत्राचार भी खुद गड़बड़ी का शिकार बनकर रह जा रहा है।
यही कारण है कि लोक शिकायत अधिनियम के तहत आदेश के बाद भी न्याय नही मिल रहा है। अनीश ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा जारी नई आदेश के तहत सीओ को जमाबन्दी में सुधार करने के अधिकार का हवाला देते हुए पत्र देते हुए न्याय की गुहार लगाई है। सीओ मयंक शेखर ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। दाखिल खारिज को निरस्त करने के लिए कर्मचारी द्वारा भूमि सुधार उप समाहर्ता के न्यायालय में वाद दायर कराया गया है। विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है।