
टिकारी संवाददाता: सुन्दरशाह और महाराजा कैप्टन गपाल शरण सिंह की नगरी टिकारी में होली, फाग एवं जोगीरा के साथ मदमस्त महीना फागुन को लोगों ने हर्सोल्लास के साथ विदाई दी। बुराई पर अच्छाई और रंग गुलाल का त्यौहार का शुभारंभ गुरुवार को देर रात होलिका दहन से शुरू हुआ। अगले दिन शुक्रवार को आंतर रहने के कारण जगह-जगह देर शाम तक होली गायन का दौर चलता रहा। हालांकि प्रखंड के रकसिया सहित कई अन्य गांवों में आतर की परंपरा नही रहने के कारण शुक्रवार को ही होली मनाई गई। वंही प्रखंड के अधिकांश गावो में शनिवार को सुबह से ही होली के फूल मूड में लोग आ गए और ढोल झाल के साथ दोपहर तक गांव व मुहल्लों में घूमघूम कर कादो मटी खेली। जिसके बाद रंग गुलाल के साथ होली का दौर शुरू हुआ। इस अवसर पर गांव के बैठकखाने, दलानो एवं चौक चौराहों पर पारंपरिक होली गायन के साथ रंग गुलाल लगाने का दौर चलते रहा। गायन मण्डली के बीच बुढ़-जवान सभी होलीगान के साथ देर रात तक मस्ती में झुमते रहे। रविवार को शहर से लेकर गांव तक मटका फोड प्रतियोगिता और झुमटा के साथ रंग गुलाल का यह त्योहार समाप्त हो गया। टिकारी शहर के साथ मउ, पंचानपुर, अलीपुर, मल्हेया आदि ग्रामीण बाजारों एवं गांव की गलियों में होली का जबरदस्त उत्साह देखा गया। इस दौरान क्षेत्र में अमनचैन और शांति बनाए रखने के लिए दंडाधिकारी और पुलिस प्रशासन कंही मुस्तैद तो कंही फरार दिखे।