
देवब्रत मंडल
गया शहर के नवागढ़ी मोहल्ले के रहनेवाले राजू कुमार की मौत शुक्रवार को एक सड़क हादसे में हो गई थी। जिसका शव शनिवार की शाम घर पहुंचा। शव अभी वाहन से नीचे उतारा भी नहीं गया था कि मृतक के परिजन और मोहल्ले के लोगों से सड़क जाम कर दिया। मृतक के परिजनों का कहना है कि राजू की मौत हादसे में नहीं हुई बल्कि एक साजिश के तहत उसकी हत्या कर दी गई है और उसे दुर्घटना का रूप दे दिया गया है।

सड़क जाम की सूचना पर नवागढ़ी मोहल्ले में पहुंचे एएसपी पारसनाथ साहू ने लोगों को समझा बुझाकर जाम हटवाया। उन्होंने मृतक के परिजनों को भरोसा दिलाया है कि उनके साथ न्याय होगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वे झारखंड के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों तक आपकी शिकायत पहुंचा दी जाएगी। मृतक के परिजनों का कहना था कि झारखंड सरकार की पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। एफआईआर दर्ज नहीं किया गया है। इस बात पर एसएसपी श्री साहू ने सड़क जाम कर रहे लोगों एवं मृतक के परिजनों को आश्वासन दिया कि घटनास्थल से संबंधित थाने में मामला दर्ज किए जाने के बाद ही पोस्टमार्टम कराया गया होगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अपने एसएसपी को अवगत करा देंगे और जो आपका आवेदन है उसे संबंधित थाने में भेज दिया जाएगा।

मृतक राजू के पिता माता का रो रोकर बुरा हाल है। जिन्होंने मीडिया को बताया कि मोहल्ले में पास के ही रहने वाला राहुल से कुछ पैसे के लेनदेन को लेकर कहासुनी हुई थी। आरोप लगाया जा रहा कि राहुल ने 19 जनवरी को पैसे को लेकर हुई कहासुनी के दौरान राजू के साथ गलत कर देने की बात कही थी। इसके बाद राजू अन्य तीन लोगों के साथ एक शादी समारोह में गया और शुक्रवार को यह घटना हो गई। परिजनों का आरोप है कि राजू की मौत एक्सीडेंट में नहीं हुई बल्कि उसकी हत्या कर इसे हादसे का रूप दिया गया है। इधर, गया जिला पुलिस प्रशासन इस पूरे मामले को लेकर गंभीर है।
बता दें कि झारखंड के चौपारण में जीटी रोड पर शुक्रवार को अलग-अलग दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी। मृतक की पहचान गया के रहने वाले राजू कुमार कुमार के रूप में की गई थी। जबकि इस दुर्घटना में चार लोग घायल हो गये थे। घटना कमलवार के पास घटी थी। बताया गया है कि बरही से गया की ओर जा रही एक वाहन (स्कार्पियो) दुर्घटनाग्रस्त हो गई, घटना में राजू कुमार (49) की मौत हो गयी, जबकि वाहन में सवार समीर कुमार, अभिषेक कुमार, अवनीश कुमार (गया) एवं हरजीवन राम (सिमडेगा) घायल हो गये थे। घायलों को स्थानीय लोगों के सहयोग से सामुदायिक अस्पताल चौपारण में भर्ती कराया गया था। जहां प्राथमिक उपचार के बाद हजारीबाग रेफर कर दिया गया था। घायलों ने स्थानीय मीडिया और पुलिस को बताया था कि उनकी गाड़ी डिवाइडर से टकराती हुई पलट गई थी।