
गया जिले के गुरपा थाना क्षेत्र के मंझला कलां गांव में उस वक्त सनसनी फैल गई जब गांव के ही एक तालाब में लापता मासूम का श#व तैरता हुआ मिला। मृतक की पहचान 10 वर्षीय उदय कुमार, पिता उपेंद्र यादव के रूप में हुई है। यह मामला अब न सिर्फ गांव, बल्कि पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
परिजनों के अनुसार, बुधवार को उदय कुमार अपने स्कूल – मध्य विद्यालय धांचू – से करीब 11 बजे घर लौटा था। खाना खाने के बाद वह साइकिल लेकर बाहर निकला, लेकिन देर शाम तक वापस नहीं लौटा। जब बहुत देर तक उसका कुछ पता नहीं चला, तो परिजन उसे खोजने निकले। आसपास के इलाकों, यहां तक कि उस तालाब की भी तलाशी ली गई, जहाँ बाद में उसका श#व मिला, लेकिन उस समय कुछ भी हाथ नहीं लगा।
रात में जब कोई जानकारी नहीं मिली, तो गुरपा थाना में बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
अगली सुबह घर से मात्र 100 मीटर दूर उसी तालाब में उदय का श#व तैरता हुआ मिला, जिससे पूरे गांव में कोहराम मच गया। साथ ही, उसी तालाब से बच्चे की साइकिल भी बरामद की गई। बच्चे का दोनों आंख के नीचे तथा गले में गहरे जख्म की निशान पाया गया है। परिजनों ने हत्या कर शव को तालाब में फेकने का आशंका जताया है।
वीडियो में देखे ग्राउंड रिपोर्ट
घटना की सूचना पर गुरपा थाने के प्रभारी सूर्यवीर कुमार गुप्ता अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। गांव के चौकीदार की मदद से श#व को तालाब से बाहर निकाला गया। लेकिन FSL और डॉग स्क्वायड की टीम बुलाए बिना शव को निकालने पर ग्रामीणों में भारी नाराजगी देखी गई।
समाजसेवी और पूर्व मुखिया मिथलेश यादव भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि पुलिस की यह बड़ी लापरवाही है कि बिना फॉरेंसिक जांच के शव को तालाब से बाहर निकाल लिया गया। “अगर समय रहते डॉग स्क्वायड और FSL टीम बुलाई जाती, तो शायद कोई अहम साक्ष्य हाथ लग सकता था,” उन्होंने कहा।
थाना अध्यक्ष सूर्यवीर कुमार गुप्ता ने बताया कि “परिजनों के कहने पर शव को तालाब से निकाला गया। घटना स्थल से बच्चे की चप्पल भी बरामद हुई है।” उन्होंने आगे कहा कि FSL और डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाया गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारण का स्पष्ट रूप से पता चल सकेगा – यह ह#त्या है या दुर्घटना। फिलहाल परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।