देवब्रत मंडल

‘मगध लाइव’ न्यूज़ चैनल पर सोमवार को प्रसारित खबर का असर हुआ और पिछले कई दिनों से फल्गु नदी के पास पड़ी एक अज्ञात व्यक्ति की लाश को पुलिस ने बरामद कर देर रात ही पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया।

सोमवार को magadhlive ने अपने चैनल पर ‘गया में फल्गु नदी के पास अज्ञात व्यक्ति की लाश बनी पहेली’ शीर्षक से एक रिपोर्ट प्रसारित किया था। देर शाम तक यह खबर रेल महकमे में खोज का विषय बन गया। इसके बाद लाश को पुलिस ने बरामद कर पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचवा दिया।

खबर के आधार पर रेल पुलिस कार्रवाई में जुट गई

गया रेल थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने खबर पर संज्ञान लिया। इसके बाद उन्होंने लाश की बरामदगी के लिए लखन(जो रेल क्षेत्र में लाशों को डिस्पोजल करने का काम करता है) को बुलाया। इसके बाद आगे की कार्यवाही शुरू हुई।

पिता और दो पुत्रों ने मिलकर उठाया लाश को

लाशों को डिस्पोजल करने का काम करने वाले लखन ने magadhlive को बताया कि उन्हें रेल थाना द्वारा बताया गया था कि ट्रेन से कटकर किसी की मौत हो गई है। इसके बाद सोमवार की देर रात वे(लखन) और उनके दो पुत्र कार्तिक और गणेश घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता था तो कोतवाली पुलिस ने लाश को बरामद किया। इसके बाद रात 10:30 बजे के बाद लाश को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा दिया गया।

केवल कंकाल बचा हुआ था

जिस अज्ञात व्यक्ति की लाश पिछले कई दिनों से लाश पड़ी थी उसका केवल कंकाल ही शेष बचा हुआ था, जिसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पहचान अबतक नहीं हुई है। मौत कैसे हुई? इसका पता अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही चल पाएगा।

घटनास्थल के आसपास मोहल्ले वालों से हो सकती है पूछताछ

जिस जगह पर से लाश को बरामद किया गया है। उस जगह आसपास दो मोहल्ले हैं। एक बेलदारी टोला और दूसरा बादाम टोला। इस मोहल्ले के लोगों से पूछताछ के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिर यहां लाश कैसे और किस हालात में इतने दिनों तक पड़ी हुई थी। इसका पता लगाने के लिए पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ करती है तो इस रहस्य पर से पर्दा उठ सकता है।

लाश से सिर थे गायब, पहचान कर पाना मुश्किल

बता दें कि गया-मानपुर रेलखंड के किमी 476/19-21(अप लाइन) से कुछ दूर एक झाड़ी में लाश पड़ी हुई थी। जहां रेल पथ बिछाने के लिए कंक्रीट के स्लीपर रखे हुए थे। इसी के बगल में व्यक्ति की लाश पड़ी हुई थी। लाश के सिर नहीं थे। जिससे उसकी पहचान कर पाना मुश्किल हो रहा है।

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