जाम की समस्या कम होने के बजाय और बढ़ गई, आम नागरिक दे रहे दुहाई
देवब्रत मंडल
गया शहर के केपी रोड में फुटपाथ की दुकानों से पहले ही जाम की समस्या थी। रही सही कसर डिवाइडर ने पूरी कर दी है। इस सड़क के डिवाइडर पर दुकानदारों को एक और नया बाजार मिल गया है। एक नहीं सैकड़ों दुकानें इस डिवाइडर पर गुलजार हैं। वहीं सड़क के दोनों किनारों पर अतिक्रमण बरकरार है।
इस सड़क पर डिवाइडर के निर्माण के पीछे जो भी मंशा रही हो। उसके पीछे जाने की दरकार नहीं है। नगर सरकार ने कुछ सोच समझ कर ही डिवाइडर बनवाए होंगे लेकिन परिणाम आज उलट है।
केपी रोड पर दोपहिया, तिनपहिया, चारपहिया वाहनों का भी आना जाना लगा रहता है। वहीं इसी बीच खरीदारी करने वाले भी इसी सड़क पर। पैदल चलना भी आम नागरिक को मुश्किल हो जाता है। कोतवाली थाना के नए भवन बन जाने के बाद लोग उम्मीद कर रहे थे कि इस सड़क पर अतिक्रमण नहीं रहेगा लेकिन हालात सब दृष्टिगोचर होता है। यहीं पर तिपहिया वाहनों का ठहराव भी देखने को मिलता है, जबकि यातायात पुलिस यहां तैनात किए गए हैं लेकिन नतीजा सभी देख रहे हैं।
त्योहारी सीजन हो या फिर लग्न की बात करें तो इस सड़क पर वैसे ही भीड़ बढ़ जाती है। आम दिनों की जहां तक बात की जाए तो उतनी भी सामान्य नहीं, जितनी की आप उम्मीद करते हैं।
सड़क सभी को चलने के लिए बनाई जाती है। डिवाइडर मुश्किलें कम करने के लिए लेकिन यहां तो डिवाइडर ने एक नया बाजार दे रखा है जिसपर सैकड़ों दुकानें गुलजार हैं। जनता तो बेचारी होती है, वो आखिर किससे कहने जाए। कहने के लिए नेता और जनप्रतिनिधि चुनते हैं लेकिन ये सब भी मानो अतिक्रमण करने वाले लोगों को मौन समर्थन करते हैं।