गया जिले के नीमचक बथानी थाना क्षेत्र के ढकनी बी गांव में मंगलवार की रात एक दर्दनाक घटना सामने आई। गर्भवती महिला को लाने गई एम्बुलेंस अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने मेडिकल टेक्नीशियन कुंदन कुमार की बेरहमी से पिटाई कर दी। गंभीर रूप से घायल कुंदन कुमार को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कैसे हुआ हादसा?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आशा कार्यकर्ता मिनी कुमारी ने रात करीब 7:30 बजे गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस बुलाया। लगभग 8:30 बजे एम्बुलेंस गांव पहुंची और गर्भवती महिला मुन्नी देवी, उनकी भाभी, आशा कार्यकर्ता और दो अन्य महिलाओं को बैठाया गया।
एम्बुलेंस चालक मुन्ना कुमार जब वाहन बैक कर रहा था, तभी अचानक एम्बुलेंस पलट गई। हादसे की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर जमा हो गए और आक्रोशित होकर चालक पर हमला करने की धमकी देने लगे। स्थिति बिगड़ती देख चालक मुन्ना कुमार मौके से फरार हो गया।
मेडिकल टेक्नीशियन की बेरहमी से पिटाई
गांववालों ने एम्बुलेंस में फंसी महिलाओं को बाहर निकालने के बाद चालक को खोजने लगे। हालांकि, वह पहाड़ी की ओर भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहा। लेकिन मेडिकल टेक्नीशियन कुंदन कुमार, जो सड़क मार्ग से भागने की कोशिश कर रहे थे, ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गए। परिजनों ने उन्हें पकड़कर लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस मौके पर पहुंची और कुंदन कुमार को इलाज के लिए राजगीर अस्पताल भेजा, जहां से उन्हें बिहार शरीफ रेफर कर दिया गया। हालांकि, जीवन ज्योति अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतक कौन थे?
32 वर्षीय कुंदन कुमार नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र के एकसारी गांव के रहने वाले थे। वह नीमचक बथानी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत थे। उनका ड्यूटी समय शाम 3 बजे समाप्त हो गया था, लेकिन छुट्टी के लिए अगले दिन जाने की बात कहकर उन्होंने ड्यूटी जारी रखी थी।
घटना पर क्या बोले अधिकारी?
आशा कार्यकर्ता का बयान
आशा मिनी कुमारी ने बताया कि-
“हमलोग एम्बुलेंस में बैठे थे, तभी बैंक करते समय वह पलट गई। बाहर निकलने के बाद किसी भी व्यक्ति से मारपीट नहीं हुई थी। बाद में ग्रामीण आक्रोशित हो गए और मेडिकल टेक्नीशियन को पीट दिया।”
स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी का बयान
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, नीमचक बथानी की प्रभारी डॉ. मीना कुमारी ने कहा कि-
“गर्भवती महिला को लाने के लिए एम्बुलेंस भेजी गई थी। बैक करते समय वाहन पलट गया। चालक और टेक्नीशियन ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने मारपीट शुरू कर दी। चालक बचकर भाग निकला, लेकिन कुंदन कुमार पर हमला कर दिया गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।”
थाना अध्यक्ष का बयान
नीमचक बथानी थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि-“इस घटना के बाद एम्बुलेंस चालक मुन्ना कुमार ने सात लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। घटनास्थल को सील कर दिया गया है। एफएसएल और स्क्वाड डॉग टीम को जांच के लिए बुलाया गया है, लेकिन अब तक कोई टीम मौके पर नहीं पहुंची है। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज, गया भेज दिया है। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।