देवब्रत मंडल
केंद्रीय विद्यालय संगठन का 62 वां स्थापना दिवस पीएम-श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1, गया में शुक्रवार को बड़े उत्साह और भव्यता के साथ मनाया गया। इस वर्ष का विषय “अतीत का सम्मान, भविष्य की दिशा” था, जो केवीएस की समृद्ध धरोहर और प्रगतिशील दृष्टिकोण को दर्शाता है। मुख्य अतिथि के रूप में सुनील कुमार वागेश्वरी, सेवानिवृत्त निदेशक, कृषि विभाग, झारखंड एवं अधिवक्ता, बार काउंसिल, गया की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। विद्यालय के प्राचार्य द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। दीप प्रज्ज्वलन मुख्य अतिथि सुनील कुमार वागेश्वरी, विद्यालय के प्राचार्य अशोक कुमार गुप्ता, उप-प्राचार्य हरि सिंह मीणा, सेवानिवृत्त शिक्षक पी.के.सिंह और शिक्षिका डॉ. रुखसाना बानो के द्वारा हुआ।
इसके पश्चात, विद्यार्थियों ने एक स्वागत गीत प्रस्तुत किया जिसने दर्शकों का मन मोह लिया। इसके बाद राजस्थानी लोक नृत्य और समूह गान ने सभी को उत्साहित कर दिया। समारोह में शिक्षिका डॉ. रुखसाना बानो और विद्यालय के प्राचार्य श्री गुप्ता ने सभा को संबोधित किया। प्राचार्य ने केवीएस की गौरवशाली यात्रा, उसकी उपलब्धियों और शिक्षा के क्षेत्र में इसके योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि केंद्रीय विद्यालय विद्यार्थियों को ग्लोबल लर्नर बनाता है, ग्लोबल लर्नर वह व्यक्ति होता है जो विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं, प्रौद्योगिकी और वैश्विक मुद्दों की समझ रखता है और इनसे जुड़ी विविधताओं को सीखने और अपनाने में सक्षम होता है।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण एक विशेष “टॉक शो” रहा। जिसमें छात्रों ने पीएम-श्री पहल (प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) की विशेषताओं और इसके शिक्षा क्षेत्र पर प्रभाव पर चर्चा की। यह टॉक शो ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रहा।
मुख्य अतिथि सुनील कुमार वागेश्वरी ने अपने संबोधन में शिक्षा और समाज के विकास में केवीएस के योगदान की सराहना की। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित, निष्ठावान रहे और संस्कार तथा नैतिक मूल्यों का निर्वाहन करते हुए अपने जीवन और देश को ऊंचाइयों तक ले जाने का प्रयास करें। कार्यक्रम का समापन उप-प्राचार्य के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने मुख्य अतिथि, आयोजकों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी की सराहना की। यह कार्यक्रम विद्यालय परिवार के लिए प्रेरणादायक और यादगार रहा। यह न केवल केवीएस की अद्वितीय धरोहर को सम्मानित करने का अवसर था, बल्कि भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा का स्रोत भी बना।