गया। बिहार के गया जिले में अपराध और आतंक का पर्याय बने 50,000 रुपये के इनामी कुख्यात अपराधी रामभज्जु यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रामभज्जु यादव, जो जिले के टॉप-10 अपराधियों में शुमार था, लूट, आर्म्स एक्ट, और हिंसक वारदातों के कई मामलों में वांछित था।
2015 की लूटकांड का मुख्य आरोपी
रामभज्जु यादव का नाम 2015 में हुए एक बड़े लूटकांड से जुड़ा है, जब कोडरमा-औरंगाबाद मार्ग पर आमस थाना क्षेत्र में उसने अपने साथियों के साथ यात्रियों को हथियारों के बल पर लूट लिया था। इस घटना में नकदी, गहने, मोबाइल और दस्तावेज छीन लिए गए थे। इस मामले में दर्ज आमस थाना कांड संख्या-185/15 में रामभज्जु की संलिप्तता सामने आई थी।
पुलिस को देख भागने की कोशिश
डोभी थाना क्षेत्र के खेदा गांव में छिपे होने की सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की। रामभज्जु पुलिस को देख भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सशस्त्र बलों ने उसे दबोच लिया। गिरफ्तार अपराधी ने अपनी पहचान रामभज्जु यादव, पिता प्रेमन यादव, निवासी खेदा, थाना बाराचट्टी, जिला गया के रूप में की।
गंभीर अपराधों में शामिल रहा है रामभज्जु
रामभज्जु यादव पर कई गंभीर मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट और धमकी जैसे अपराध शामिल हैं। उसके खिलाफ दर्ज प्रमुख मामलों में शामिल हैं:
- आमस थाना कांड संख्या-185/15 – यात्रियों से लूटपाट।
- बाराचट्टी थाना कांड संख्या-210/20 – हथियारों और धमकी देने का मामला।
- शेरघाटी थाना कांड संख्या-86/20 – लूट का मामला।
- नवादा थाना कांड संख्या-592/14 – समूहिक डकैती और हिंसा।
रामभज्जु के गिरोह के पांच अन्य अपराधियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन वह गिरफ्तारी से बचता रहा। पुलिस के अनुसार, उसने बाराचट्टी, आमस और अन्य क्षेत्रों में कई संगठित अपराधों को अंजाम दिया है।