आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय प्रकाश का उपलब्धियों से भरा रहा तीन साल का कार्यकाल

✍️देवब्रत मंडल

अनुकूल परिस्थितियों में सही तरह से काम करना तो ज्यादातर लोग जानते हैं। मगर जो विपरीत परिस्थितियों में खुद पर काबू रखते हुए काम को अंजाम देता है, असल में वही विजेता होता है। अक्सर लोग परिस्थितियां प्रतिकूल रहने पर घबरा जाते हैं और लक्ष्य और दायित्व दोनों छूट जाते हैं। हम बात आरपीएफ के एक ऐसे पदाधिकारी की कर रहे हैं जिन्होंने अपने दायित्व को संभालने के बात कभी थके नहीं, हारे नहीं, निरंतर चिंता और चिंतन के साथ साथ मनन करते हुए आ रहे हैं।

विगत समय में अपराधियों का गया जंक्शन पर बोलबाला रहा था

आरपीएफ पोस्ट प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश

एक समय था कि गया जंक्शन के इर्द गिर्द अपराधियों का एक ऐसा साम्राज्य स्थापित था कि रेल संपति से लेकर रेलयात्रियों की सुरक्षा में सेंधमारी की अक्सर कहानियां सुनने को मिलते थे लेकिन इधर तीन चार सालों से ऐसे अपराधियों पर केवल अंकुश हीं नहीं लगा है बल्कि अपराध की घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी कहीं छिप भी जाता है तो रसातल से भी ढूंढ निकाला जाता है।

हम बात कर रहे हैं पूर्व मध्य रेल के डीडीयू मंडल के गया जंक्शन की। इस जंक्शन पर कार्यरत रेलवे सुरक्षा बल के पोस्ट प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश की। जिन्होंने इस पोस्ट में 7.10.2021 को अपना पदभार ग्रहण किया। इनके तीन साल के कार्यकाल का जब आंकलन किया गया तो जो तथ्य सामने आए, जिसे देख कहा जा सकता है एक कुशल नेतृत्व देने वाले पदाधिकारियों के अधीनस्थ कार्य करने वाली टीम भी बहुत कुछ सीख सकती है।

आइये जानते हैं कुछ ऐसे तथ्य जो अन्य पदाधिकारियों से कुछ अलग अंदाज है इनके

आरपी(यूपी) एक्ट यानी अवैध कब्जे में रेल संपति के 75 मामलों का उद्भेदन के साथ 155 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई। साथ ही करीब चार लाख की रेल संपति बरामद किया गया। वहीं अन्य रेलवे एक्ट के तहत 5666 मामलों में 5716 लोगों की गिरफ्तारी के साथ 99 लोगों को जेल भेजा गया। 16.51 लाख रुपए जुर्माना वसूला गया।

मादक पदार्थों से लेकर पशु पक्षियों कर तस्कर पकड़े गए

ट्रेन द्वारा शराब, प्रतिबंधित मादक पदार्थ अफीम, गांजा व पशु पक्षियों के तस्करी के कई मामले पकड़ने में कामयाबी हासिल की। करीब 35.50 लाख रुपए मूल्य के बराबर इन चीजों की बरामदगी के साथ 115 लोगों को सलाखों के पीछे भेजा।

सोना चांदी के अलावा नकद तो करोड़ रुपए से उपर जब्त किए गए

इंस्पेक्टर अजय प्रकाश के नेतृत्व में टीम ने 10.11 करोड़ रुपए मूल्य के बराबर सोने चांदी जब्त किए गए साथ ही इन मामलों में 15 को डिटेन किया गया। भारतीय मुद्रा यानी नोट बरामदगी के मामले में 12 करोड़ 07 लाख करीब 52 हजार रुपए बरामद करते हुए आधा दर्जन लोगों को डिटेन किया गया। वहीं आठ रिवाल्वर और 10 जिंदा कारतूस के साथ 13 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।

सैकड़ों यात्रियों के छूट गए सामानों की बरामदगी कर हुई सुपुर्दगी

यात्रियों की सेवा में निरंतर लगी हुई टीम ने 332 यात्रियों के 34 लाख 30 हजार 412 रुपए के सामानों को उन्हें सुपुर्द किया। 54 यात्रियों की जीवन की रक्षा की। 114 बच्चों को बाल मजदूरी कराने वाले तस्करों से मुक्त कराया। तीन तस्कर को गिरफ्तार किया गया। साथ ही करीब 500 निःशक्त यात्रियों को सेवाएं प्रदान करते हुए सहायता पहुंचाई गई।

1.37 हजार लोगों को अनाधिकृत यात्रा करने के जुर्म में पकड़ा गया

पोस्ट प्रभारी इंस्पेक्टर अजय प्रकाश के अबतक के कार्यकाल के दौरान इनके नेतृत्व में टीम ने अनाधिकृत रूप से विभिन्न ट्रेनों में यात्रा करने वाले 1.37 लाख लोगों को पकड़ा। जिससे रेल को अतिरिक्त राजस्व के रूप में 8 करोड़ 72 हजार रुपये प्राप्त हुए।

रेल थाना के भी कई कांडों के सफल उद्भेदन में किया सहयोग

गया जंक्शन पर लंबे समय से जारी विकासोन्मुखी कार्यों के कारण रेलवे स्टेशन चारो तरफ से खुला खुला हुआ है। ऐसे में अपराधियों द्वारा कई तरह की घटना को अंजाम दिया गया और कई अंजाम देने के फिराक में प्लेटफॉर्म पर विचरण करते हैं। ऐसे अपराधियों की गिरफ्तारी में रेल पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल की संयुक्त टीम ने कई कांडों का केवल सफल उद्भेदन नहीं किया बल्कि कई शातिर अपराधियों को जेल के सलाखों के पीछे भेजने में कामयाबी हासिल की।

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