
टिकारी संवाददाता: शिक्षा मंत्रालय और एनसीटीई के निर्देशों के अनुसार ‘आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के शिक्षक शिक्षा विभाग (डीटीई) ने ‘योग और स्वस्थ भोजन की आदतें’ पर कार्यशाला का आयोजन किया। जन संपर्क पदाधिकारी मो. मुदस्सीर आलम ने बताया कि कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के संरक्षण में आयोजित कार्यशाला में पूर्व पंजीकरण के आधार पर 40 छात्रों ने भाग लिया। कार्यशाला का आयोजन मालवीय भवन के योग केंद्र में किया गया। पहले सत्र में योग का प्रदर्शन और अभ्यास हुआ और दूसरे सत्र में ‘योग और स्वस्थ भोजन की आदतें’ विषय पर चर्चा हुई। शारीरिक शिक्षा विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. पिंटू लाल मोंडल ने कहा कि योग आत्मा, मन और शरीर को पूरी तरह से संतुलित करने का एक अनुशासन है। योग आसन सबसे अधिक लाभकारी आसनों में से एक है।

अगर आप योग को स्वस्थ भोजन की आदतों के साथ जोड़ लेते हैं तो यह वास्तव में स्वास्थ्य जीवन के लिए चमत्कार कर सकते हैं। सही भोजन करना यौगिक जीवन जीने का अनिवार्य हिस्सा है। डॉ. मोंडल के संबोधन के बाद प्रतिभागियों ने योग और स्वास्थ्य को लेकर अपने सवाल पूछे। प्रो. कौशल किशोर (डीन, स्कूल ऑफ एजुकेशन) और प्रो. रविकांत (हेड, टीचर एजुकेशन विभाग) ने प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने प्रतिभागियों को अपने दैनिक जीवन में योग कार्यक्रम को जारी रखने के लिए भी प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का समन्वय डॉ. समरेश भारती द्वारा किया गया और विभाग के प्रध्यापकगणों डॉ. मो. मोजम्मिल हसन और डॉ. किशोर कुमार द्वारा सह-समन्वयित किया गया ।