बिहार राज्य कुष्ठ कल्याण समिति के तत्वावधान में समारोह का हुआ आयोजन, कई गण्यमान्य रहे मौजूद
वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल
मगध प्रमंडल के इकलौते सरकारी कुष्ठ अस्पताल गौतम बुद्ध कुष्ठ आश्रम में सोमवार को एक समारोह का आयोजन किया गया। बिहार राज्य कुष्ठ कल्याण समिति के तत्वावधान में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि EdCIL ( Educational Consultants India Limited) के महाप्रबंधक (HR) यू. एस. गायकवाड़ के साथ जयंती देवी और कस्तूरी जी उपस्थित थीं। *बता दें कि EdCIL (इंडिया) लिमिटेड या केवल EdCIL (जिसे पहले एजुकेशनल कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड के नाम से जाना जाता था। भारत में शिक्षा मंत्रालय, भारत के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है। यह मिनीरत्न-I श्रेणी की कंपनी है। एडसिल भारत और विदेशों दोनों में शिक्षा और मानव संसाधन विकास के सभी क्षेत्रों में प्रबंधन और परामर्श सेवाएं प्रदान करता है।* इस संबंध में बिहार राज्य कुष्ठ कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष सह गया नगर निगम के पूर्व वार्ड पार्षद-सह-सशक्त स्थाई समिति के सदस्य डॉ. विनोद कुमार मंडल ने बताया कि समारोह में कुष्ठ रोगियों के कल्याण और सरकार द्वारा इन मरीजों एवं उनके आश्रितों के लिए जो भी कल्याणकारी योजनाएं चल रही है, उसके बारे में मुख्य अतिथि और उनके साथ आईं महिला पदाधिकारियों ने मरीजों के समक्ष रखते श्री मंडल द्वारा कुष्ठ रोगियों के कल्याण और इनके हितों की रक्षा को लेकर किए जा रहे अहर्निश सेवाओं के लिए बधाई देते हुए प्रशंसा की।


भरोसा दिलाया कि कुष्ठ रोगियों के लिए जितनी भी सरकारी सहायता से योजनाएं चलाई जा रही है, उसमें भरपूर मदद की जाएगी। श्री मंडल ने बताया कि समारोह में मुख्य रूप से इस बात पर चर्चा हुई कि कुष्ठ रोग कोई छुआछूत की बीमारी नहीं है। इस रोग के मरीजों के साथ मनुष्य को ठीक वैसे ही व्यवहार किया जाना चाहिए, जैसे एक सामान्य मरीज या व्यक्ति के साथ किया जाता है। उन्होंने कहा कुष्ठ रोगी घृणा के नहीं बल्कि प्रेम के पात्र हैं। उन्होंने कहा लोगों के दिलोदिमाग में जो धारणा वर्षों पहले बैठा दिया गया है, वो बिल्कुल गलत है। आज चिकित्सा के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है। चिकित्सा विज्ञान ने भी माना है कि कुष्ठ रोग छुआछूत की बीमारी नहीं है। उन्होंने महात्मा गांधी, मदर टेरेसा जैसे महान व्यक्ति का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने कुष्ठ रोगियों की किस प्रकार की सेवाएं की है। श्री मंडल ने कहा ऐसे ही महान व्यक्तियों को आदर्श मानकर वे इन मरीजों की सेवा में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि वे देश के कई हिस्से में जाकर वहां के कुष्ठ अस्पताल और आश्रम में रहने वाले मरीजों के साथ उनके दुःख दर्द को महसूस किया है। वहाँ के संबंधित अधिकारियों से मिलकर मरीजों के हित में सहयोग करने की अपील भी करते रहे हैं। इस मौके पर उपस्थित कुष्ठ मरीज और इनके आश्रितों आंखों में उम्मीद की एक नई किरण साफ दिख रही थी। इस समारोह में LEPRA सोसाइटी की तरफ से कुष्ठ रोगियों के बीच जूते चप्पल का वितरण भी किया गया। बता दें कि LEPRA एक स्वास्थ्य और विकास संगठन है। जिसका विजन “कुष्ठ और अन्य उपेक्षित बीमारियों की घटनाओं और प्रभाव को कम करने में अग्रणी होना” है। यह संगठन प्रभावित लोगों के निदान, उपचार या उपचार की सुविधा के लिए अपने परियोजना क्षेत्रों में एकीकृत कार्यक्रम लागू करते हैं और समाज की मुख्यधारा में उनका पुनर्वास करने में मदद करते हैं। सरकारों और अन्य फंडिंग एजेंसियों के सहयोग से काम करती है और परियोजनाओं के नेटवर्क के माध्यम से आंध्र प्रदेश, बिहार, दिल्ली, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना के सबसे दुर्गम गांवों में अपनी पहुंच बढ़ाती है। यह एक बढ़ता हुआ संगठन है। जो उपरोक्त बीमारियों से प्रभावित लोगों की बेहतरी के लिए काम करने वालों को चुनौतीपूर्ण अवसर प्रदान करता है। इस समारोह को एसएम उत्थान कुष्ठ कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष कमलेश कुमार, बिहार राज्य कुष्ठ कल्याण समिति के परमानंद सिंह, रजनीकांत, पिंटू, मो. रसूल, मो. तरवेज, मो. एकराम आदि ने भी संबोधित किया। इस समारोह में आगत अतिथियों का स्वागत बिहार राज्य कुष्ठ कल्याण समिति के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार मंडल ने किया।