
टिकारी में साइबर हैकरों द्वारा सीएम योगी आदित्यनाथ, हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, पूर्व सीएम राबड़ी देवी सहित अन्य नामचीन लोगो को कोरोना की पहली डोज देने के प्रकरण की तीन सदस्यीय टीम ने जांच की। जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच टीम में शामिल जिला अनुश्रवण व मूल्यांकन पदाधिकारी अखिलेश कुमार, डॉ हक एवं रडॉ फिरोज बुधवार को अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे। जंहा अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ विश्वमूर्ति मिश्रा, स्वास्थ्य प्रबंधक अजित कुमार सिंह आदि सम्बंधित लोगों से जांच के विभिन्न बिंदुओं पर बारी बारी से पूछताछ की। इस दौरान टिकारी में कोविन पोर्टल पर डाटा इंट्री के लिए कितनी आईडी सक्रिय और संचालित हो रहा था, आईडी इस्तेमाल करने वाले ऑपरेटर कार्य मे लगे थे, कितने ऑपरेटर बदला गया और कितनो ने कार्य छोड़ दिया आदि सवालों पर गहन पूछताछ की। साथ ही डाटा इंट्री में लगे निजी केयर टेकर से भी गहन पूछताछ की गई।
जांच के दौरान स्वास्थ्य प्रबंधक ने टीम अधिकारियों को बताया कि फिलहाल पूर्व के सभी आईडी का बंद कर दिया गया है। इस दौरान जांच टीम ने वैसे एंट्री जो फर्जी तरीके से अपलोड किये गये है उसका सत्यापन कर सूची सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। जांच टीम के अधिकारियों ने हायर वैक्सिनेटर रवि राज, बबन कुमार, उमाशंकर सिंह, आकाश कुमार एवं अलीपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र में कार्यरत एएनएम उषा कुमारी जिसके आईडी से उक्त नामचीन नेताओं को वैक्सीन का फस्ट डोज लगाने का कोविन पोर्टल पर नाम अपलोड किया गया था सभी से गहन पूछताछ कर उन सभी का बयान कलमबद्ध किया है। अब देखना यह है कि फर्जी वैक्सीन लगाने वाले साइबर हैकर का जांच टीम पता लगा पाती है या नही?
रिपोर्ट – आलोक रंजन ,टिकारी