
हम मंगल ग्रह पर जमीन खरीदने की बात करते हैं। घर बैठे मोबाइल से खेतों में पटवन की बात करते हैं। पानी की टंकी भर जाने पर एक चेतावनी भरी जवाब आती है-टंकी भर गया है, कृप्या मोटर बंद कर दें। बिजली विपत्र का भुगतान नहीं करने पर साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड इश्तेहार चस्पा कर गांव की बिजली काटने की बात करती है। लेकिन ये क्या है, जो आप तस्वीर में देख रहे हैं। ये तस्वीर किसी सुदूर गांव या देहात की नहीं, बल्कि गया शहर की है। क्षेत्र छोटकी नवादा, वार्ड नं 4 है। इस मोहल्ले से जब magadhlive के इस संवाददाता को जाने आने की जरूरत पड़ी तो सहसा ही नजर इस ताड़ के पेड़ से होकर गुजरती बिजली के नंगे तार पर पड़ गई। रिपोर्टर हूं, दिल ने कहा-एक तस्वीर कैमरे में कैद कर लो, सो कर लिया। अब कलम ने कहा कुछ लिख डाल। सो लिखना शुरू किया तो बिजली विभाग कितनी बेपरवाह है, यह लिखने को मजबूर होना पड़ा। खेतों की आरी पर ताड़ के सूखे पेड़ से बिजली के तीन फेज गुजरे हैं। यहां पटवन कर रहे कुछ किसानों ने बताया कि बिजली का बिल समय से डिजिटली और मैनुअली दोनों भुगतान किया करते हैं, लेकिन बिजली का खंभा और केबल का तार अबतक नहीं लगा। हवा के तेज झोखें ये तार बर्दाश्त नहीं कर पाते। चालू लाइन में तार टूटकर खेतों में कई बार गिरा, कुछ जान तो कुछ माल का नुकसान भी होता आया है, पर विभाग अबतक ठोस उपाय नहीं कर पाया है। कहते हैं दोष किसे दूं सरकार को या अपनी किस्मत को?