
इन दिनों ठंड जोरों पर है, इससे बचाव के लिए लोग विभिन्न जतन कर रहे हैं। दो दिनों से सर्दी के प्रकोप से जहां सुबह व रात का पारा काफी नीचे आ गया है। वहीं न्यूनतम तापमान 6 डिग्री और अधिकतम तापमान 16 डिग्री तक आ पहुंचा है। इन सर्द हवाओं व कंपकंपा देने वाली ठंड से बचाव के लिए अभी तक डुमरिया प्रखंड के प्रशासन ने डुमरिया, मैगरा में कहीं भी अलाव जलाने की व्यवस्था नहीं की है। जबकि प्रशासन को ठंड शुरू होते ही अलाव की व्यवस्था करनी चाहिए।
कूड़ा-करकट जला रहे हैं लोग
प्रखंड में अलाव जलाने के लिए कहीं भी लकडिय़ों का इंतजाम नहीं किया है। इस कारण लोग अपने स्तर पर कूड़ा-करकट बीनकर अलाव जलाकर सर्दी से बचने के जतन कर रहे हैं। मैगरा के ग्रामीणों ने बताया कि इस वर्ष अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है, जिसके कारण मजबूरन मैं कूड़ा -करकट जलानी पड़ रही है। वही कई लोग प्लास्टिक तक जला रहे हैं, जो पर्यावरण में जहरीला धुआं छोड़ रही है। कुछ स्थानों पर बेकार पड़े टायरों को भी जलाकर ठंड भगाई जा रही है जो बदबू के साथ पर्यावरण पर विपरीत असर डाल रहे हैं।
प्रतिवर्ष जलाए जाते हैं सरकारी अलाव
प्रशासन के द्वारा ठंड के जोर पकड़ते ही गांव- नगर के विभिन्न स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की जाती थी। इसमें मुख्य चौराहों, गरीब बस्तियों, अस्पताल, बस स्टैंड आदि स्थानों पर शासकीय अलाव जलाए जाते हैं। इससे अधिक से अधिक लोग इसका फायदा उठा सके। इस बार तापमान में अधिक गिरावट होने के बाद भी यह व्यवस्था अभी तक नहीं हो सकी है।
अलाव ना होने पर ग्रामीणों ने मांझी पर साधा निशाना
वही ग्रामीणों ने कहा कि इमामगंज विधायक जीतन राम मांझी इन दिनों ब्राह्मणों और जातियों को लेकर काफी विवाद में है। लेकिन इस विधानसभा क्षेत्र से वह विकास के कार्यों में रुचि नहीं ले रहे है।
रिपोर्ट – दिवाकर मिश्रा,डुमरिया