वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

बिहार में बदलते राजनीतिक मौसम का असर गया नगर निगम के चुनाव पर भी डालना शुरू कर दिया है। राजनीतिक समीकरण बदल जाने से गया नगर निगम के होने वाले चुनाव पर भी यह प्रभाव डालेगा, यह निश्चित रूप से कहना सही होगा। कल तक नगर निगम चुनाव में जो होता आया है वो किसी से भी छुपी हुई नहीं है। लेकिन 2022 का चुनाव सभी पिछले चुनाव से काफी भिन्न होगा। कारण की इस बार मतदाता तय करेंगे कि शहर का मेयर और डिप्टी मेयर कौन होंगे। गया शहर की राजनीतिक फिजाओं में चुनावी हवाएं तैर रही है।

लोग जहां भी इस चुनाव को लेकर चर्चा शुरू करते हैं वहां एक बात सामने प्रमुख रूप से चर्चा में है कि क्या डिप्टी मेयर का भी पद आरक्षण के दायरे में आ जायेगा? ये बात आम मतदाता की जुबां पर भी है और चुनाव लड़ने का मन बना चुके संभावित उम्मीदवारों के भी। बहरहाल, न तो राज्य सरकार ने और न राज्य निर्वाचन आयोग ने ही इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक इस संबंध में स्पष्टतः आदेश या निर्देश जारी किया है। लेकिन गया नगर निगम चुनाव 2022 को लेकर जो यहां की राजनीतिक फिजाओं में बातें हवा में तैर रही है, उसकी बात करें तो मेयर और डिप्टी मेयर दोनों पद आरक्षण के दायरे में में भी आ सकते हैं। हालांकि magadhlive इस बात की कतई पुष्टि नहीं करता।
जब तक सरकार या आयोग का इस संबंध में कोई स्पष्ट गाइडलाइंस नहीं जारी हो जाता, ऐसे में कुछ भी कहना गलत होगा। अब जबकि चुनाव की तैयारियों में संबंधित महकमे के लोग जुट गए। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन हो चुका है। मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन का कार्य भी अंतिम चरण में है। अधिकारी केवल सरकार और आयोग के आदेश और निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। एक अधिकारी ने नाम न सामने लाने की शर्त पर बताया कि गया नगर निगम चुनाव के लिए सभी आवश्यक तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। जैसा कि अक्टूबर-नवंबर 2022 के बीच चुनाव कराए जाने की बात है। बहरहाल, गया नगर निगम 2022 का चुनावी बिगुल बजने का इंतजार है।