
पूर्व विधायक, समाजवादी नेता व चिंतक सच्चिदानंद सिन्हा की तृतीय स्मृति दिवस शनिवार को टिकारी डाकबंगला में परिनिर्वाण महोत्सव के रूप मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ स्व सिन्हा की तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि तथा माल्यार्पण के साथ हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व व कृतित्त्व पर चर्चा करते हुए कहा कि जिला ही नही पूरे बिहार में सच्चिदा बाबू का नाम समाजवादी विचारधारा वाले एक स्वच्छ राजनेता और चिंतक के रूप में विख्यात है। क्षेत्र में विकास के कई कार्य अपनी कुशल नेतृत्व में उन्होंने कराया था जो आज भी अविस्मरणीय है। गांव के चौराहों से लेकर राजधानी के सदनों तक इन्होंने राज्य और देश की जनता को मार्गदर्शन देने का काम किया। सामाजिक संगठन युवक संघ के तत्वावधान में उन्होंने दहेज और आडम्बर रहित हजारों शादियां कराई जो आज भी एक मिसाल है। वक्ताओं ने उन्हें गलिकुची और पगडंडियों का नेता और गरीब गुरबों का रहबर बताया। साथ ही क्षेत्र के विकास हेतु उनके द्वारा किये गए बड़े आंदोलनों का जिक्र करते हुए अखड़ समाजवादी नेता बताया। कार्यक्रम को डा. मुंद्रिका प्रसाद नायक, रामलखन भगत, कवींद्र प्रसाद, सुभाष यादव, विनोद शर्मा, विजय कुमार अधिवक्ता, नंदकिशोर ठाकुर, बंटी यादव, बेचन चंद्रवंशी, रामाशीष प्रजापति, अवधेश यादव, मनीष कुमार, सौरव यादव, गुलाब यादव, नाथुन पासवान आदि कई लोगों ने संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वाल्मीकि प्रसाद और संचालन मनीष कुमार ने किया।
रिपोर्ट – आलोक रंजन ,टिकारी अनुमंडल संवाददाता