
टिकारी संवाददाता: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, पटना के सचिव जय सिंह ने बुधवार को टिकारी अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। सचिव के अचानक दस्तक देते ही कार्यालय कर्मियों में हड़कंप मच गया। सचिव सिंह पहले कार्यालय का निरीक्षण करते हुए मॉडर्न रिकॉर्ड रूम को भी देखा। इसके बाद वे सीओ के कक्ष में बैठकर विभिन्न संचिकाओं की जांच की। इस क्रम में दाखिल खारिज, राजस्व वसूली, दाखिल खारिज, परिमार्जन आदि की अधतन स्थिति का संचिकाओं के आधार पर जायजा लिया। साथ ही भूमि नापी, अंचल के सैरात की पोर्टल पर एंट्री की स्थिति की प्रभारी सीओ कुंदन कुमार से जानकारी ली। उन्होंने सीओ को 15 अप्रैल तक पोर्टल पर सभी सैरात की एंट्री करने सहित कई आवश्यक दिशा निर्देश दिया। आरओआर से सम्बंधित कार्य को लेकर भी आवश्यक दिशा निर्देश के साथ ससमय निपटारा करने की बात कही। निरीक्षण के बाद उनके वापस जाने पर डीसीएलआर सलीम अख्तर ने प्रभारी सीओ के साथ सचिव के निर्देशों पर काफी देर तक चर्चा की और अंचल कार्यालय के लंबित कार्यों की जानकारी ली।

आवेदकों की सुनी फरियाद
लगभग आधे घण्टे तक निरीक्षण के बाद सचिव जय सिंह जैसे ही नीचे उतरे और जाने के लिए अपनी गाड़ी की ओर बढ़े कार्यालय का चक्कर लगाने वाले आवेदकों ने उन्हें घेर लिया और अपनी परेशानी सुनाने लगे। सचिव जय सिंह ने भी एक एक कर अधिकांश लोगों की बात सुनी और कार्रवाई का भरोसा दिया। इस क्रम में उन्होंने पांच लोगों का आवेदन स्वयं लेते हुए डीसीएलआर को तलब किया। फिर डीसीएलआर के आने पर सभी आवेदन उन्हें सौंपते हुए पांच दिनों के अंदर सभी मामलों की जांच और कार्रवाई रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया। साथ ही अधिक शिकायत के मद्देनजर डीसीएलआर को अंचल कर्मियों के साथ बैठक कर लंवित मामलों की समीक्षा करने और उसका त्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया। प्राप्त आवेदनो मे अधिकांश मामले दाखिल खारिज विवाद, भूमि विवाद, अतिक्रमण एवं जमीन कब्जा से जुड़े थे। जिन लोगों का आवेदन लिया गया उनमें हसनपुर के नारायण वैध का जमीन पर कब्जा किये जाने, सन्तन प्रसाद का भूमि विवाद, भैंसमारा के चितरंजन कुमार द्वारा गलत तरीके से किये गये दाखिल खारिज को निरस्त करने, बेलमा के मुकेश कुमार द्वारा भूमि विवाद व कोंच ददरेजी के रामजतन यादव द्वारा अतिक्रमण की शिकायत की गई थी