गया के टॉवर चौक के पास सीएम व मद्य निषेध मंत्री का किया गया पुतला दहन

बिहार के गोपालगंज एवं बेतिया जिला में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से अभी तक चालीस लोगों की मौत के बाद उनके परिजनों का चीत्कार सूबे में शराबंदी के फेल होने का पुख्ता प्रमाण है। जिसके लिए दोषी स्थानीय प्रशासन, सरकार से अविलंब इसके दोषियों को कठोर सजा दिलाने, शराबबंदी की जमीनी हकीकत की समीक्षा करने, मृतक के परिवार को 50-50 लाख मुआवजा, आंख गवाने वाले को 25- 25 लाख तथा अस्पतालों में इलाजरतो को बेहतर इलाज कराने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री एवं मद्य निषेध मंत्री का पुतला दहन कांग्रेस पार्टी के नेता कार्यकर्ता ने स्थानीय टॉवर चौक पर किया।
इस अवसर पर उपस्थित अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व विधायक मो खान अली, जिला उपाध्यक्ष युगल किशोर सिंह, राम प्रमोद सिंह, जिला महासचिव विद्या शर्मा,नारायण कुमार सिंह, अमरजीत कुमार, टिंकू गिरी, अशरफ इमाम, मो अजहरुद्दीन, मो सेराज, ओंकर नाथ सिंह, विनोद बनारसी, राजेश्वर पासवान, सुरेन्द्र मांझी, अरुण कुमार पासवान, आदि ने कहा कि सम्पूर्ण बिहार में शराबबंदी माखौल बनी हुई है। हरियाणा, पंजाब, पश्चिम बंगाल आदि राज्यो का चालीस प्रतिशत शराब बिहार में चोरी चुपके लाकर माफियाओं द्वारा बेचा जा रहा है, गांव, टोला, मुहल्ले में अवैध रूप से शराब बनाई जा रही है जबकि स्थानीय प्रशासन एवं सरकार इसे रोकने में पूरी तरह विफल साबित हो रहा है।
नेताओं ने कहा कि चालीस गरीब, मध्यवर्गीय परिवार के लोग की मौत पर सूबे के मुख्यमंत्री का बयान कि, जो गलत पियेगा उसका यही हाल होगा, उनके अहंकार को उजागर करता है। नेताओं ने सूबे के मध निषेध मंत्री के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने जो कहा कि राज्य में साढ़े तीन लाख लोग विभिन्न जेलों में बंद है, जबकि राज्य के जेलों में 55 हजार लोगो को रखने का जगह है। मंत्री जी बताएं की साढ़े तीन लाख को कहां रखे हुए है?
वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल