
बेलागंज से अजीत कुमार की रिपोर्ट
बेलागंज: देश पंडित यदुनंदन शर्मा द्वारा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और जमींदारी उन्मूलन को लेकर दिए गए अतुलनीय योगदान को कभी नहीं भूलेगा और उनकी कर्मस्थली ऐतिहासिक नेयामतपुर आश्रम युवाओं को भारत की अखंडता और भारतीय किसानों के हित में योगदान देने के लिए हमेशा प्रेरणादायक बनी रहेगी।शर्मा जी राष्ट्रीय फलक पर चमकने वाले बिहार के गिने चुने स्वतंत्रता सेनानियों मे शुमार रहे हैं।उन्हें उचित सम्मान और ऐतिहासिक नेयामतपुर आश्रम का विकास नहीं होना बिहार के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।उक्त बातें बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सह राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को नेयामतपुर आश्रम मे पंडित यदुनंदन शर्मा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत मे कहा।गया से पटना जाने के दौरान नेयामतपुर आश्रम आए सुशील मोदी का पंडित यदुनंदन शर्मा ट्रस्ट की ओर से सरोज सिंह ने अंग वस्त्र देकर स्वागत किया। ट्रस्ट के अध्यक्ष रविशंकर कुमार ने ऐतिहासिक धरोहर के विकास की मांग को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम को ज्ञापन सौंपा।इस मौके पर पूर्व सांसद हरि मांझी,भाजपा नेता मुकेश कुमार अधिवक्ता,जैनेद्र कुमार,राजेंद्र राम,कौशलेन्द्र प्रियदर्शी, कुमार सत्यशील,राजेश कुमार,राखी वर्मा,धनंजय शर्मा,वेंकटेश कुमार, कुनाल शर्मा,बिरजू उज्वल,रंजेश कुमार,चंदन कुमार मुन्ना जी सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।