रिपोर्ट – महताब अंसारी ,कोंच संवाददाता

कोंच: सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में दवा जलाये जाने के मामला अभी भी ठंडा नहीं हुआ है। जहां एक ओर जिला पदाधिकारी के आदेश पर सिविल सर्जन द्वारा जांच किया गया और दूसरी ओर जांचोपरांत जहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के ट्रांसफर करने व फार्मासिस्ट को निलंबित होने की बात कही गई। वही दूसरी ओर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को स्पष्टीकरण का ही दौर चल रहा है।
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असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के पत्रांक 2405 के आलोक में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी कोंच से छ: बिंदु पर स्पष्टीकरण की मांग किया गया है। जिसमें कहा गया है कि जांच के दरम्यान पाया गया है कि कोविड जांच केन्द्र पर दो कर्मियों जो पर्यवेक्षकिय कार्य करने वाले से तकनिकी कार्य लिया जाना गैर जिम्मेदाराना है। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर गुलशन कुमार नामक व्यक्ति अवैध रूप से कार्य कर रहा था। ओपीडी में चिकित्सा पदाधिकारी सुच्चितानंद कुमार ड्यूटी के बावजूद भी ड्यूटी से गायब थे। स्पष्टीकरण में कहा गया है कि निरीक्षण के दरम्यान पाया गया कि ओपीडी दवा वितरण कक्ष में नवटेक्निकल कर्मी अनिल कुमार से दवा वितरण कराया जा रहा है। दवा वितरण पंजी, संबंधित व्यय पंजी, स्टाक रजिस्टर संधारित नहीं पाया गया है। अस्पताल के उपस्थिति पंजी के अनुसार पाया गया कि फार्मासिस्ट अप्रैल 22,मई 22 व जून 22 मे अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के बावजूद भी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के द्वारा वेतन पूर्ण माह का दिया गया है। जो सरकारी राशि का गबन का मामला बनता है। भंडार कक्ष व जिस आवास में दवा जलाया गया है उक्त भवन निरीक्षण के दरम्यान बंद पाया गया है। वही सिविल सर्जन के द्वारा तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।