वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल
रंग बाबू के निधन से संपूर्ण कांग्रेस परिवार सहित बिहारवासी मर्माहत, गया जिला कांग्रेस कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए लाया जाएगा पार्थिव शरीर

कांग्रेस पार्टी के मूर्धन्य नेता पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री बिहार सरकार, गया नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन, वरिष्ठ अधिवक्ता रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू के निधन से संपूर्ण कांग्रेस परिवार सहित बिहारवासियों में शोक की लहर दौड़ गई। इनके निधन पर गया के स्थानीय कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम में शोक सभा का आयोजन किया गया। सबसे पहले उपस्थित नेता, कार्यकर्ता, तथा उनके चाहने वाले लोग एक मिनट का मौन रखकर, ईश्वर से प्रार्थना किया की इस महामानव जनप्रिय नेता को अपने चरणों में स्थान दे, तथा इस दुख की घड़ी में इनके परिवार को सहनशक्ति प्रदान करें। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो. विजय कुमार मिठू सहित शोक सभा में गया जिला कांग्रेस प्रभारी पूर्व मंत्री बिहार सरकार सह विधायक विजय शंकर दुबे, जिला कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद यादव, बाबू लाल प्रसाद सिंह, बैजू प्रसाद, युगल किशोर सिंह, राम प्रमोद सिंह, शिव कुमार चौरसिया, धर्मेंद्र कुमार निराला, दामोदर गोस्वामी, मो खैरुद्दीन, शशि किशोर शिशु, विनोद उपाध्याय, रंजीत कुमार सिंह, राजेंद्र सिंह, बालमुकुंद पांडेय, रेवती रमण आदि शामिल हुए। श्री मिठू ने कहा की हर दिल अजीज, जनमानस के बीच बेहद लोकप्रिय रहे मृदुभाषी तथा वार्ड काउंसलर, विधायक, मंत्री, सांसद यानी नगर सरकार, बिहार सरकार , विधानसभा, लोकसभा के सदस्य रहने वाले रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू के अब हमलोग के बीच नहीं रहे से काफी दुख है। इनकी भरपाई भी मुश्किल है।
उन्होंने बताया रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू का देहांत गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल में हुआ। जिनका पार्थिव शरीर एंबुलेंस से आज रात्रि में गया पहुंचेगा तथा कल 26 मार्च को 11:00 बजे इनका पार्थिव शरीर इनके गया पिपरपांती मोहल्ला स्थित आवास से निकल कर गया जिला कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम में लोगो के श्रद्धासुमन अर्पित करने, पार्टी झंडा ओढ़ाने हेतु आधा घंटा रखा जाएगा। यहां से विष्णुपद शमशान घाट पर अंतिम संस्कार होगा। अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से कराने हेतु बिहार सरकार एव स्थानीय प्रशासन को सूचना दे दी गई है। रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू का भरा पूरा परिवार में उनकी पत्नी सूर्यपरी देवी, दो पुत्र इंजीनियर अमित कुमार,जो गुड़गांव में कार्यरत हैं व दूसरा आनंद कुमार जो गया व्यवहार न्यायालय में अधिवक्ता तथा कांग्रेस पार्टी के नेता हैं। दो बेटियां हैं जो विवाहित हैं। गया नगर पालिका में वार्ड काउंसलर तथा चेयरमैन के रूप में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिसे लोग आज भी याद करते है।
बिहार, झारखंड एक रहने के समय 1980 में कांग्रेस पार्टी के चतरा से सांसद रहे। सन 1985, 1990 में दो, दो बार अतरी विधानसभा से विधायक एव बिहार सरकार में नगर विकास मंत्री भी रहे। मृदुभाषी, सरल स्वभाव , बेहद साधारण वेश भूषा, पहनाबा, सभी को सम्मान देना, किसी के काम के लिए पैदल, रिक्शा से जाकर करना, कभी कोई अंगरक्षक नहीं रखना आदि इनकी खासियत थी।