वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

शुभ कार्य जैसे शादी विवाह के मुहूर्त में बिहार में नगर निकाय चुनाव 2022 की फिर से नई तारीखों का एलान कर दिया गया है। शादी की शहनाई के बीच चुनावी बिगुल दुबारा बज गए हैं। दो चरणों में होने जा रहे चुनाव के तरीखों की बात करें तो गया नगर निकाय का चुनाव 28 दिसंबर को होगा और परिणाम 30 दिसंबर को घोषित कर दिए जाएंगे। सबसे खास बात है कि इस बार मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव सीधे मतदाता करेंगे। दूसरी बात की दोनों पद आरक्षण के दायरे में है। मेयर पद के लिए जहां 30 उम्मीदवार हैं तो डिप्टी मेयर पद के लिए 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। यहां एक संयोग देखिये कि दुबारा जब चुनाव की तारीखों का एलान किया गया तो तारीख 30 थी और 11 वें महीने में इसका ऐलान किया गया। यानी 30-11-2022 को ऐलान किया गया। मुख्य दो पद मेयर और डिप्टी मेयर के पद के लिए चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की संख्या भी 30-11 है और साल भी 2022 है। यहां जो अंकों का संयोग बन रहा है वह भी 30-11-2022 ही है। दूसरी खास बात कि इस बार वार्ड नं 51 में पार्षद पद के लिए केवल एक उम्मीदवार मनोज कुमार ने अपना नामांकन दाखिल किया है। इस प्रकार मनोज कुमार पुनः पार्षद पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं, केवल औपचारिक घोषणा बाकी है। तीसरी बात यह है कि वार्ड नं 21 और 42 में केवल दो-दो उम्मीदवार हैं। देखें तो 21 का दोगुना 42 होता है। इन दोनों वार्ड में होने जा रहा चुनावी मुकाबला सीधे सीधे कहें तो आमने सामने होने वाला है। चौथी बात कि कुछ वार्ड ऐसे हैं जहां त्रिकोणीय मुकाबला होगा। ये वार्ड हैं 04, 10, 12, 14, 20, 25, 26, 32, 33 और वार्ड नं 40। इस बार वार्ड केवल दो वार्ड में 4-4 उम्मीदवार हैं। ये वार्ड हैं 08 और 46। जबकि 5-5 उम्मीदवार वाले वार्ड 01, 09, 11, 16, 29, 31, 39, 44, 45 और 49 है। छः उम्मीदवारों वाले वार्ड इस प्रकार हैं- 02, 06, 22, 24, 27, 34, 36, 37 और 50। आठ उम्मीदवारों वाले वार्ड 13, 17, 18 और 30 है। जबकि नौ उम्मीदवार वाले वार्ड केवल एक 53 है। 10 उम्मीदवार वाले वार्ड इस प्रकार है- 05, 28, 35 और 38। बताते चलें कि गया नगर निगम में कुल 53 वार्ड हैं। मेयर के एकल पद के लिए 30 और डिप्टी मेयर के एकल पद के लिए 11 तथा 53 वार्ड पार्षद पद के लिए 296 उमीदवारों के भाग्य का फैसला मतदाता 28 दिसंबर को करेंगे। कुल मिलाकर 360 उम्मीदवार इस चुनाव में अपने चुनावी भाग्य की डोर जनता(मतदाता) के हाथों में सौंप दिया है।