वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह एवं जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने शनिवार को गया ज़िले के विष्णुपद, शमशान घाट, तुलसी उद्यान, गयाजी डैम, सीता पथ, सीता कुंड आदि स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि अपने पितरों की तर्पण करने अब सालोंभर तीर्थयात्री विष्णुपद आते हैं। उन सभी यात्रियों को और किसे बेहतर सुविधा दिया जाए, जिसे लेकर आज निरीक्षण किया गया। पितृपक्ष मेला अवधि में यात्रियों का सैलाब रहता है, इसे देखते हुए फल्गु नदी में आने हेतु सेपरेट एंट्री और एग्जिट प्वाइंट बनाने पर स्थल निरीक्षण करते हुए विचार विमर्श किया गया ताकि यात्रियों को बिना कठिनाई के फल्गु नदी में पहुंच कर तर्पण कर सकते हैं। पर्यटन विभाग के सचिव श्री सिंह ने जानकारी प्राप्त किया कि किन-किन बिंदुओं से यात्रियों का फल्गु नदी में प्रवेश होता है? इस पर पंडा समाज के पुरोहित ने बताया कि छोटे-छोटे संकरी गलियां के माध्यम से ही लोग फल्गु नदी में आते हैं। सचिव ने जिला पदाधिकारी तथा अपर समाहर्ता को निर्देश दिया कि पर्यटन विभाग के अभियंतागण से समन्वय कर फल्गु नदी में सेपरेट एंट्री एवं एग्जिट के लिए डिजाइन/नक्शा तैयार करें। इसके साथ ही विष्णुपद मंदिर के चारों ओर तुलसी उद्यान श्मशान घाट को किस तरह और टूरिज्म के नजरिए से डिवेलप किया जाए इस पर विस्तार से विचार विमर्श करते हुए कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नगर निगम को सुझाव दिया कि शमशान घाट पर कुल कितने लकड़ी विक्रेता हैं। उन सभी का लिस्ट तैयार करें, ताकि उन्हें किसी अच्छे स्थान पर शिफ्ट किया जा सके। साथ ही साथ यह भी निर्देश दिया कि विष्णुपद श्मशान घाट के आसपास कितने नगर निगम तथा कितने प्राइवेट जमीन या घर हैं, उसे चिन्हित करने को कहा गया। निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने नगर निगम को निर्देश दिया कि देवघाट एवं सीता कुंड में बने टॉयलेट को अति शीघ्र आउटसोर्सिंग करते हुए उसे चालू करवाना सुनिश्चित करें। पर्यटन सचिव ने जोर देकर कहा कि देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों के वाहन पड़ाव की समस्या सबसे अधिक रहती है। इसे लेकर पार्किंग स्थल निर्माण हेतु जगह चिन्हित करें। इसके पश्चात उन्होंने सीता कुंड के समीप प्रस्तावित पार्किंग स्थल का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान पर्यटन विभाग के वरीय पदाधिकारी गण, अपर समाहर्ता गया, डीसीएलआर सदर, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, डीपीएम स्वास्थ्य, अंचल अधिकारी सदर, अंचल अधिकारी नगर सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।