मगध लाइव वरीय संवाददाता देवव्रत मंडल

आरपीएफ निरीक्षक प्रभारी अजय प्रकाश के नेतृत्व में एक टीम ने गया स्टेशन रोड स्थित एक होटल में छापेमारी कर टिकट दलालों को गिरफ्तार किया है। अजय प्रकाश ने बताया कि पोस्ट में कार्यरत अधिकारी व बल सदस्यों के साथ गया जंक्शन के आरक्षण टिकट काउंटर के पास पहुंचे। निगरानी के क्रम में पाया गया कि काउंटर नम्बर 4 से एक व्यक्ति आरक्षित दो टिकट कटाकर सात यात्रियों के एक समूह के पास आकर उक्त दोनों टिकट देने लगा। त्वरित कार्रवाई करते हुए टिकट देने वाले व्यक्ति पंकज कुमार पिता स्व. रामनारायण कुंवर पता हरपुर परसा थाना परसा जिला सारण (बिहार) को दो आरक्षित टिकटों के साथ रहने के कारणों के संबंध में पूछताछ की गई । सात यात्रियों के समूह से पूछने पर एक यात्री कर्मन कुमार से पूछताछ करने पर बताया गया कि ये सभी सात यात्रियों को गाड़ी संख्या 12397 महाबोधि एक्सप्रेस गया से नई दिल्ली जाना था।

आरक्षित काउंटर में लंबी कतार थी। ट्रेन खुलने में कुछ समय ही बचे हुए थे। इसी बीच पंकज कुमार उपरोक्त हमलोगों के पास आकर उनके द्वारा कंफर्म टिकट कटाकर समय से देने की बात कही। प्रति टिकट ₹ 350 अधिक लेने की बात बताई । हमलोगों ने ₹ 2800 रुपए पंकज को दे दिया। इंस्पेक्टर अजय प्रकाश ने बताया की प्रथम दृष्टया में रेल अधिनियम की धारा 143 में दिए गए प्रावधानों के उल्लंघन के आरोप में टिकट को जप्त किया गया। आगे पूछताछ के क्रम में गिरफ्तार पंकज कुमार ने बताया गया कि वह तीन अन्य सदस्यों श्रवण कुमार, पिता स्वर्गीय फ़तेह बहादुर सिंह गांव पांडर पाला पोस्ट बिशनपुर पॉलिटेक्निक थाना बैंक मोड़ जिला धनबाद, मो. दिलशाद खान, पिता मोहम्मद गुलाम रसूल खान गांव तारा डीह पोस्ट सगडीहा थाना रोशनगंज जिला गया तथा नदीम पिता अब्दुल रशीद पता कालीस्थान मुरारपुर थाना कोतवाली जिला गया को होटल रिगल के दो कमरे में से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि यह संगठित गिरोह भोले भाले अनपढ़ यात्रियों का टिकट बनाकर सदोषपूर्ण लाभ प्राप्त करते हैं। गिरफ्तार सभी व्यक्तियो के पास से कुल पांच काउंटर टिकट जिसका मूल्य 3470 रुपए तथा मोबाइल में ( सभी के पास से मिलाकर) कुल 16 अदद टिकट जिसका मूल्य 11090 रुपए ( कुल 14560 रुपए के टिकट बरामद भविष्य की यात्रा हेतु) तथा चार फोन, छः खाली आरक्षण मांग पत्र बरामद हुए। इन सभी अभियुक्तों के विरुद्ध मुकदमा संख्या 69/2022 dt 18.01.2022 U/S- 143 रेलवे एक्ट के तहत पंजीकृत किया गया है। जिसकी जांच का कार्यभार उपनिरीक्षक जावेद इकबाल को सौंपा गया है।