वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

मगध विश्वविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को विगत 3 माह से पेंशन का भुगतान नहीं किया जा सका है। पेंशन भुगतान के लिए विश्वविद्यालय दौड़ लगा रहे हैं। यहां तक कि दो या तीन पेंशनर कर्मचारी पैसे के अभाव में दम तोड़ दिए हैं। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में दिनभर विद्यार्थियों का भी जमावड़ा लगा रहा है , क्योंकि प्रोफेशनल एवं वोकेशनल के विद्यार्थियों को मार्क्स एवं माइग्रेशन के लिए दरबदर भटकना पड़ रहा है। जिसकी वजह से नौकरी में सम्मिलित नहीं हो पा रहे हैं। यहां तो कुलाधिपति एवं राज्य सरकार के द्वारा प्रभाव पर विश्वविद्यालय राम भरोसे टुकटुक दम तोड़ रहा है। मगध विश्वविद्यालय की स्थापना 1962 में हुआ था तब से ऐसी परिस्थिति कभी नहीं आई। ऐसी परिस्थिति में राज्य सरकार से संघ ने निवेदन किया है कि अस्थाई पदाधिकारी नियुक्त कर उच्च शिक्षा के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों एवं समाज एवं विद्यार्थियों का काम सुचारु रुप से चल चल सके। पेंशनर समाज को आंदोलनकारी ना बनाएं। भूखा रहकर सभी कुछ करने पर भी उतारू हो जाएगा। पेंशन वेतन का भुगतान जल्द से जल्द कर मरने से बचाने का कार्य करें। उक्त बातें पूर्व अध्यक्ष कर्मचारी संघ बीएन सिंह गया कॉलेज गया ने कही हैं।