वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

गया नगर निगम कर्मचारियों की दस दिनों से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल मंगलवार की देर शाम समाप्त हो गई। सूबे के सहकारिता विभाग के मंत्री डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव ने हड़ताल समाप्त कराने के लिए विशेष पहल की। उनकी पहल और अपील पर कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौट आए हैं। मंगलवार की शाम गया समाहरणालय में मंत्री श्री यादव, डीएम डॉ त्याराजन एसएम, मेयर वीरेंद्र कुमार, डिप्टी मेयर अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा, बिहार लोकल बॉडीज फेडरेशन के नेता अमृत प्रसाद, वार्ड पार्षद धर्मेंद्र कुमार, ओमप्रकाश सिंह आदि सहित निगम के अभियंता व अन्य पार्षद के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में वार्ता हुई। वार्ता के बाद डिप्टी मेयर ने प्रेस को बताया कि मंत्री श्री यादव की विशेष पहल पर हड़ताली कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौट आने की बात कही है। बता दें कि प्रशासनिक अधिकारी मंगलवार की सुबह हड़ताली कर्मचारियों और उनके नेताओं से बात करने निगम स्टोर पहुंचे थे, लेकिन कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़े हुए थे। कर्मचारी अपनी शर्त पर काम पर लौटने की बात कह कर हड़ताल को जारी रखे हुए थे। मंगलवार की सुबह नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा, एडीएम, डिप्टी मेयर, वार्ड पार्षद धर्मेंद्र कुमार, ओमप्रकाश सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता रामजी प्रसाद केशरी सहित पुलिस पदाधिकारी व काफी संख्या में बल के जवान नगर निगम स्टोर पहुंचे थे। हड़ताली कर्मचारियों और उनके प्रतिनिधियों से वार्ता कर हड़ताल से वापस लौट आने की अपील की थी। मंगलवार की सुबह निगम स्टोर से सफाई व्यवस्था शुरू कराने को लेकर अधिकारी पहुंचे थे, कई चक्र की वार्ता इसके पहले भी हो चुकी थी। लेकिन कर्मचारी मानने को तैयार नहीं थे। बताया गया कर्मचारियों की दो मांग जिसमें एक कोरोना काल के दौरान किए गए कार्य की राशि भुगतान करने की बात हुई है। जिसे जल्द भुगतान करा दिया जाएगा। वहीं कर्मचारियों के मानदेय में एक हजार रुपये की वृद्धि की बात मान ली गई है।जबकि अन्य मांगों पर सरकार से वार्ता कर उसे भी सुलझाने का आश्वासन दिया गया है। बता दें कि 9 सितंबर से विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2022 शुरू हो रहा है। 8 सितंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गया आने की संभावना जताई जा रही है। बताया गया कि मुख्यमंत्री श्री कुमार गया के फल्गु नदी में करीब 313 करोड़ की लागत से बने ‘गयाजी डैम’ का उद्घाटन करने वाले हैं। इधर, विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 9 सितंबर से शुरू हो जाएगा। निगमकर्मियों की हड़ताल की वजह से शहर में कूड़े कचरे का जगह-2 पर अम्बार लगा हुआ है। हर तरफ से सड़ांध बदबू उठने लगी है। अब जबकि कर्मचारी हड़ताल से वापस आकर काम पर लग जाएंगे। मेला क्षेत्र सहित शहर के चारों तरफ जो गंदगी पसरी हुई है उसे साफ करने के लिए दिन रात काम करवाते हुए सफाई का काम जल्द पूरा करा लिया जाएगा। ताकि यहां पिंडदान करने को आ रहे लाखों देशी विदेशी श्रद्धालु ‘गयाजी’ से अच्छा संदेश लेकर लौटें।