वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

नशामुक्त बिहार। सूबे में शराबबंदी कानून नवंबर 2016 से लागू है। करीब छः साल होने वाले हैं इस कानून के लागू हुए। बावजूद इसके शराब के शौकीन या आदि हो चुके लोग आज भी शराब के सेवन करते पकड़े जाते हैं। वहीं इस शराब के अवैध धंधे में संलिप्त लोगों के नेटवर्क इतने फैले हुए हैं कि पुलिस और मद्य निषेध विभाग को चकमा देकर अपने इस कारोबार में दिन दुगुनी और रात चौगुनी तरक्की करने में लगे रहते हैं। लेकिन, अब ऐसे लोगों के लिए बुरी खबर है। यदि शराबपीने के मामले में दूसरी बार पकड़े जाते हैं तो आपके घर नेमप्लेट की जगह एक पोस्टर चस्पाया जा रहा है। जिससे आपकी और आपके घर परिवार वालों की नई पहचान होगी। यदि आप शराब के मामले में पकड़े गए तो मद्य निषेध विभाग आपके घर की दीवारों पर एक पोस्टर चस्पा कर रहा है। जिसमें कई तरह की बातें हैं, जो समाज में आपकी बनी बनाई इज्जत खत्म हो जाएगी। गया जिले के सहायक आयुक्त उत्पाद प्रेम प्रकाश ने एक घर पर ऐसी कार्रवाई करते हुए फ़ोटो मीडिया के सामने लाते हुए एक चेतावनी जारी किया है। अब जिले में ऐसी कार्रवाई नित्यदिन की जायेगी, यदि ऐसे मामले सामने आते हैं। ऐसी कार्रवाई करने के लिए विभाग की ओर से एक पोस्टर जारी किया गया है। जिसके अनुपालन में उत्पाद विभाग की टीम लग गई है। यह कार्रवाई संबंधित थाने की पुलिस के सहयोग से भी किया जाना है, ताकि उनके पास भी ऐसे लोगों की सूची रहे। बहरहाल, शराबबंदी कानून के लागू हो जाने के बाद से पुलिस और मद्य निषेध विभाग की टीम द्वारा की जा रही कार्रवाई से सभी वाकिफ़ हैं। आए दिन ऐसे लोगों के साथ जो कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है, वह सार्वजनिक है।