वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

जदयू के गया जिले के पूर्व प्रवक्ता का यह बयान की केंद्र अग्निपथ योजना वापस ले , ये आज के राजनीतिक उथल पुथल में बड़ा मायने रखता है। शुक्रवार को पूर्व प्रवक्ता श्रीकान्त ने एक बयान जारी किया है, जो उन्हीं के शब्दों में इस प्रकार है- जनता दल यू के वरीय नेता व पूर्व प्रवक्ता श्रीकांत प्रसाद ने प्रेस बयान जारी कर केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि अग्निवीर योजना से नौजवानों , युवाओं एवं छात्रों के मन में असंतोष, निराशा व अंधकार भविष्य का डर स्पष्ट सताने लगा है। भारत के एनडीए सरकार को अग्निवीर योजना पर पुनर्विचार कर वापस लेना चाहिए। क्योंकि यह देश की रक्षा व सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है ।
जदयू नेता श्रीकान्त प्रसाद ने कहा कि जिस तरह से किसानों के हित में किसान बिल केंद्र सरकार वापस लिया है। उसी तर्ज पर अग्निवीर योजना भी वापस अतिशीघ्र लेना चाहिए।
जदयू नेता श्रीकान्त प्रसाद ने यह भी युवाओं से आग्रह किया है कि सरकारी संपत्ति को नष्ट नहीं करें तथा आम जनजीवन को प्रभावित नहीं करने की चेष्टा करें। लोकतंत्र में संवैधानिक तरीके से विरोध प्रदर्शन करना चाहिए। यानी श्रीकांत के बयान तीन कृषि कानून का समर्थन नहीं करता है। अब अग्निपथ योजना को लेकर यह बयान आया है। एनडीए के घटक दलों में महत्वपूर्ण दल जदयू भी है। जो भाजपा के दम पर बिहार में सरकार है। ऐसे में राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो भाजपा के साथ गठबंधन धर्म निभा रही जदयू से पहले हम पार्टी के विचार भी कुछ इसी तरह के सामने आए हैं।